शंभू बॉर्डर पर हालात तनावपूर्ण, पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले, अंबाला में इंटरनेट सेवा बंद
किसानों के एक समूह ने पंजाब-हरियाणा सीमा पर शंभू प्रदर्शन स्थल से रविवार दोपहर 12 बजे के बाद दिल्ली के लिए अपना पैदल मार्च फिर शुरू किया। इस दौरान पुलिस की ओर से आंसू गैस के गोले दागे गए।

फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी और कर्जमाफी समेत अन्य मांगों को लेकर किसानों का प्रदर्शन जारी है। किसानों का दिल्ली मार्च शुरू हो गया है। शंभू बॉर्डर से 101 किसानों का जत्था रवाना हुआ, तो उनका सामना सुरक्षाबलों से हुआ है। किसान और सुरक्षाबल के जवान आमने-सामने हैं।
पंजाब और हरियाणा की सीमाओं पर बीते 11 महीने से डटे किसान आज दिल्ली कूच करने वाले थे। 101 किसानों का जत्था दिल्ली के लिए पैदल मार्च करने वाला था लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रोक दिया। किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी समेत विभिन्न मांगों को पूरा करने का दबाव बना रहे हैं।
शनिवार को पंजाब-हरियाणा सीमा पर शंभू में मीडिया को संबोधित करते हुए पंधेर ने कहा था कि हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों द्वारा आंसूगैस के गोले दागे जाने के कारण 16 किसान घायल हो गए थे। इनमें से एक की सुनने की क्षमता चली गई है।
हरियाणा पुलिस ने किसानों से दिल्ली जाने की परमिशन मांगी है। उनका कहना है कि बिना परमिशन के वह दिल्ली नहीं जा सकते। इसके बाद किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। इसके बाद करीब 1 घंटे बाद जब किसान दोबारा दीवार के पास पहुंचे तो आंसू गैस के गोले दागे गए। इसमें एक किसान घायल हुआ, जो बठिंडा का रहने वाला है।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि हमने 101 किसानों की लिस्ट जारी की है। उधर, हरियाणा पुलिस का कहना है कि हम पहले किसानों की पहचान करेंगे और फिर उन्हें आगे जाने देंगे। हमारे पास 101 किसानों के नामों की लिस्ट है।
घायलों को ले जाने के लिए 10 एंबुलेंस के अलावा 7 गाड़ियां तैनात की हैं। आंसू गैस के गोलों से निपटने के लिए 500 मीटर के दायरे में पानी के टैंकरों और बोरियों का इंतजाम किया है। किसानों को चश्मे और मास्क के साथ नमक भी दिया है। दरअसल, आंसू गैस से सांस लेने में दिक्कत होती है। नमक चाटने से राहत मिलती है।