AAP सरकार की कार्यशैली से दिल्लीवासी तंग आ गए थे, चुनाव नतीजों पर बोलीं प्रियंका गांधी

दिल्ली के चुनाव नतीजे प्रधानमंत्री की नीतियों पर मुहर नहीं है बल्कि, यह जनादेश अरविंद केजरीवाल की छल, कपट और उपलब्धियों के अतिशयोक्तिपूर्ण दावों की राजनीति को खारिज करता है: जयराम रमेश

Updated: Feb 09, 2025, 11:11 AM IST

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। इस बार जनता ने आम आदमी पार्टी की लुटिया डुबो दी।दिल्ली के लोगों ने AAP को ऐसे नकारा कि पार्टी के नंबर-1 नेता अरविंद केजरीवाल, नंबर-2 नेता मनीष सिसोदिया तक चुनाव हार गए। AAP की इस हार पर कांग्रेस नेताओं की भी प्रतिक्रिया सामने आई। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि AAP सरकार की कार्यशैली से दिल्लीवासी तंग आ गए थे।

दिल्ली चुनाव के नतीजों को लेकर प्रियंका गांधी ने कहा, 'दिल्ली के लोगों ने इस बार बदलाव के लिए वोट किया है। AAP सरकार की कार्यशैली से दिल्लीवासी तंग आ गए थे। जो प्रत्याशी इस बार हार गए हैं, उन्हें और मेहनत करने की जरूरत है। हार के बाद भी उन्हें लोगों के बीच रहना चाहिए, और लोगों से जुड़कर उनके सभी मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाना चाहिए।' 

वहीं कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर जनमत संग्रह से ज्यादा कुछ नहीं है। जब 2015 और 2020 में प्रधानमंत्री की लोकप्रियता के चरम पर थी , तब भी AAP ने दिल्ली में निर्णायक जीत हासिल की थी। दिल्ली के चुनाव नतीजे प्रधानमंत्री की नीतियों पर मुहर नहीं है बल्कि , यह जनादेश अरविंद केजरीवाल की छल, कपट और उपलब्धियों के अतिशयोक्तिपूर्ण दावों की राजनीति को खारिज करता है।

कांग्रेस पार्टी ने अरविंद केजरीवाल के शासन में हुए विभिन्न घोटालों को उजागर करने में बड़ी भूमिका निभाई। दिल्ली के मतदाताओं ने आम आदमी पार्टी के बारह वर्षों के कुशासन पर अपना फैसला सुनाया। कांग्रेस को इस चुनाव में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी। हालाँकि, पार्टी ने अपने वोट शेयर में वृद्धि की है। कांग्रेस का चुनाव अभियान शानदार था। पार्टी विधानसभा में भले ही जीत नहीं दर्ज कर पायी हो, लेकिन दिल्ली में उसकी मजबूत उपस्थिति बनी हुई है, जिसे लाखों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के निरंतर प्रयासों से और मजबूत किया जाएगा। 2030 में दिल्ली में फिर से कांग्रेस सरकार बनेगी।'

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने एक्स पर तंज भरे लहजे में लिखा कि, 'आम आदमी पार्टी को जिताने की ज़िम्मेदारी कांग्रेस की नहीं है। हम एक पोलिटिकल पार्टी हैं NGO नहीं।' बता दें कि कांग्रेस को कमतर आंकना आम आदमी पार्टी के लिए इस चुनाव में नुकसानदेह साबित हुआ है। कांग्रेस भले ही कोई भी सीट जीतने में कामयाब नहीं रही। लेकिन कांग्रेस के कारण दर्जनों सीटों पर आम आदमी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। केजरीवाल के अड़ियल रवैए के कारण कांग्रेस और AAP की गठबंधन नहीं हो सकी थी और इसका सीधा नुकसान आम आदमी पार्टी को हुआ है।

दिल्ली चुनाव के नतीजों से स्पष्ट है कि आम आदमी पार्टी अपने दामन पर लगे शराब घोटाले के दाग को छुड़ा नहीं पाई। बीजेपी पिछले तीन साल से इस मुद्दे पर उसे घेरते रही। हालात यह थी कि इस मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और राज्य सभा सांसद संजय सिंह को जेल जाना पड़ा। जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा देकर कहा था कि दिल्ली की जनता अगर AAP को फिर से मौका देगी तो मैं सीएम बनूंगा। लेकिन उनका यह ख्वाब पूरा नहीं हो सका। केजरीवाल ने कहा था कि मैं दोषी हूं या नहीं यह जनता तय करेगी। बहरहाल, जनता ने अपना फैसला सुना दिया है। AAP के सभी कद्दावर नेता चाहे हो केजरीवाल हों या मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज हों या सत्येंद्र जैन सभी की करारी हार हुई है।