MP के शासकीय स्कूलों की बदहाली, बारिश में छत से टपकता है पानी, छाता लगा कर क्लास में बैठे स्टूडेंट्स
शहडोल जिले के जनपद पंचायत गोहपारू के शासकीय माध्यमिक विद्यालय भुरसी में बारिश के मौसम में स्कूल की छत से पानी टपकता है। बारिश के दिनों में स्टूडेंट्स छाता लेकर क्लास में पढ़ाई करते हैं।

शहडोल। मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों की बदहाली अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बारिश में छत से पानी टपकने लगती है और बच्चे छाता लेकर क्लास में बैठते हैं। शहडोल जिले के एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां बारिश में स्कूल की छत टपकने से बच्चे छाता लगाकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। स्कूल में पढ़ने वाले छात्र बारिश के दिनों में छाता लेकर स्कूल जाते हैं ताकि स्कूल के भीतर टपकने वाले पानी से बच सकें।
शहडोल के शासकीय स्कूल की छत से पानी टपकने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें देखा जा सकता है कि बारिश का पानी स्कूल की छत से क्लास रूम में टपक रहा है। क्लास रूम में बैठे छात्र बारिश से बचने के लिए छाते का सहारा ले रहे हैं। बता दें कि शहडोल एक आदिवासी बाहुल्य इलाका है। यहां सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा के सुधार और आधारभूत संरचना के लिये केंद्र और राज्य सरकार की कई योजनाएं चल रही हैं। लेकिन इन योजनाओं की पोल इस स्कूल की टपकती छत ने खोल दी है।
ये है एमपी के शहडोल जिले का छाता स्कूल, भारी बारिश के बीच जनपद पंचायत गोहपारू के शासकीय माध्यमिक विद्यायल भुरसी स्कूल की टपकती छत के नीचे छाता लगाकर पढ़ेंने को विवश स्कूली छात्र, जिले में ऐसे कई स्कूल हैं जिनकी ये हालत है @ABPNews pic.twitter.com/ZjaMmHmM4v
— Brajesh Rajput (@brajeshabpnews) August 3, 2023
वीडियो वायरल होने के बाद जनजातीय कार्य विभाग के अधिकारी आनंद रॉय सिन्हा ने मामले पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि बारिश इतनी तेज है कि सभी भवनों की छतें चूने लगी हैं। हमने वहां इंजीनियर भेज दिया गया है, और बच्चों की सुरक्षा देखते हुए अन्य कदम भी उठाए जाएंगे। बता दें शहडोल में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है। जिस कारण जिले में कई निचली बस्तियों और ग्रामीण इलाकों में नदी नालों का पानी भर गया है। बारिश के चलते जिला कलेक्टर ने सभी स्कूलों में दो दिन का अवकाश घोषित किया है।