अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण, राघौगढ़ दोहरे हत्याकांड मामले पर दिग्विजय सिंह का गंभीर आरोप

गुना के राघौगढ़ में कुल्हाड़ी मारकर पिता-पुत्र की हत्या कर दी गई थी। दोनों शुक्रवार शाम से लापता थे। उनके शव शनिवार दोपहर आईटीआई के पीछे भाजपा नेता के खेत में पड़े मिले थे।

Updated: Sep 08, 2024, 02:03 PM IST

राघौगढ़। मध्य प्रदेश के गुना जिले के राघोगढ़ में पिता-पुत्र की हत्या मामले ने तूल पकड़ लिया है। घटना को लेकर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इस घटना में संलिप्त लोगों के फांसी देने की मांग की है। इतना ही नहीं सिंह ने ये भी आरोप लगाया है कि अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है।

दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, 'मेरे गृह नगर राघौगढ़ में केवट समाज के दो गरीब लोगों की दिन दहाड़े हत्या कर दी गई। वे बकरी पाल कर अपना जीवन निर्वाह करते थे। उनकी सारी बकरियाँ ट्रक में भर कर ले गए। अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है। क़ानून व्यवस्था बिगड़ती जा रही है।' 

कांग्रेस नेता ने मांग करते हु कहा कि इस हत्याकांड के अपराधियों को फॉंसी की सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं पूरी तरह से पीड़ित परिवार के साथ हूँ। शासन को पीड़ित परिवार को तत्काल सहायता राशि देना चाहिए।

बता दें कि मध्य प्रदेश के गुना जिले के राघौगढ़ थाना क्षेत्र के आईटीआई कॉलेज के पास शनिवार को मक्के खेत में पिता-पुत्र का शव मिला था। दोनों शुक्रवार को बकरियां चराने घर से निकले थे। देर शाम तक वह वापस नहीं लौटे तो रातभर परिजनों ने उन्हें खोजा।शनिवार सुबह उनकी डेड बॉडी आईटीआई के पीछे भाजपा नेता व जनपद सदस्य अमित चौहान के खेत में मिली। अमित चौहान भाजपा से राघौगढ़ के प्रत्याशी रहे हिरेंद्र सिंह बंटी के भाई हैं। 

शव को देखने से प्रतीत होता है कि बकरी चराते वक्त खेत में ही किसी ने कुल्हाड़ी से दोनों की हत्या कर दी। सभी बकरियां भी गायब हैं। पिता-पुत्र की बेरहमी से की गई हत्या को लेकर केवट समाज के लोगों में भयंकर आक्रोश है। शनिवार को भरशूला चौराहे पर NH 47 पर बड़ी संख्या में लोगों ने पहुंचकर प्रदर्शन और चक्का-जाम किया था। वहीं आज राघौगढ़ बंद किया गया है।