MP tourism: ठंडे होटल कारोबार को क्वारंटाइन टॉनिक

Opportunity in Disaster: मध्यप्रदेश टूरिज्म डिपार्टमेंट ने पांच होटलों में क्वारंटाइन सेंटर बनाए, भोपाल में अन्य होटल भी क्वारंटाइन सेंटर

Updated: Jul 30, 2020, 02:43 AM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच एमपी टूरिज्म के होटलों सहित होटलों को निजी क्वारंटाइन सेंटर बनाने की अनुमति दी गई है। मध्यप्रदेश स्टेट टूरिज्म डिपार्टमेंट ने अपने होटलों के लिए क्वारंटाइन में रहने का अलग-अलग दर निर्धारित किए हैं। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अन्य जिलों में खोले गए इन क्वारंटाइन सेंटर में 14 दिन रहने का चार्ज 14 हजार से लेकर 21 हजार रुपए तक तय किया गया है।  कोरोना काल के दौरान ठंडे पड़ चुके होटेल कारोबार के लिए यह फैसला टॉनिक की तरह है।

कोरोना संक्रमण काल के दौरान होटल कारोबार से पैसा कमाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग ने एक नई तरकीब अपनाई है। मध्यप्रदेश टूरिज्म डिपार्टमेंट ने टूरिज्म विभाग के अंतर्गत आने वाली प्रदेश की पांच होटलों में क्वारंटाइन सेंटर की शुरुआत की है। भोपाल के होटल लेकव्यू अशोक, ग्वालियर के तानसेन रेसिडेंसी और जबलपुर के कालचुरी रेसिडेंसी में 14 दिन रहने का रेट 21 हजार रुपए निर्धारित किया गया है। इसमें प्रतिदिन 1500 रुपए के हिसाब से एक हफ्ते के लिए साढ़े 10 हजार रुपए देने होंगे। वहीं उज्जैन के होटल उज्जैनी और रीवा के होटल विंध्य रिट्रीट में प्रतिदिन एक हजार रुपए के हिसाब से 14 दिन क्वारंटाइन में रहने का रेट 14 हजार निर्धारित किया गया है।

मामले पर भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने कहा है कि शासन स्तर पर क्वारेंटइन सेंटर में भी सभी के लिए व्यवस्था की गई है। लेकिन जो लोग अपनी सुविधा अनुसार निजी होटल में क्वारेंटाइन होना चाहते हैं, वह स्वयं के व्यय पर चिन्हित  होटल में क्वारेंटइन हो सकते हैं।

सभी एसडीएम के पास निजी होटलों की सूची उपलब्ध है जहां से प्राप्त कर लोग क्वारंटाइन हो सकते हैं। इनका किराया और व्यवस्थाओं की दर भी निर्धारित है जिसे होटल में भुगतान करना होगा। यह रेट होटल की व्यवस्था अनुसार निर्धारित की गई है।