मध्य प्रदेश में आज भी जारी रहेगा बारिश का दौर, भोपाल-इंदौर में गरज चमक के साथ बारिश का येलो अलर्ट

मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार जताए हैं। हालांकि, वेस्टर्न डिस्टरबेंस लगातार कमजोर पड़ रहा है। इसके चलते 2 व 3 दिसंबर को बूंदाबांदी के साथ बादल छट जाएंगे।

Updated: Dec 01, 2023, 10:37 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले चार-पांच दिनों से मौसम सर्द है। गुरुवार से ही राजधानी भोपाल में घना कोहरा देखने को मिल रहा है। गुरुवार सुबह और देर शाम राजधानी कोहरे की चादर में लिपटी हुई थी। शुक्रवार सुबह भी राजधानी में गहरा कोहरा छाया रहा। मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार जताए हैं। हालांकि, वेस्टर्न डिस्टरबेंस लगातार कमजोर पड़ रहा है। इसके चलते 2 व 3 दिसंबर को बूंदाबांदी के साथ बादल छट जाएंगे।

मौसम विभाग ने शुक्रवार 1 दिसंबर को प्रदेश के नर्मदापुरम संभाग के उमरिया, कटनी जबलपुर, नरसिंहपुर ,छिंदवाड़ा, दमोह, सागर ,छतरपुर, टीकमगढ़, रायसेन ,सीहोर ,बुरहानपुर, देवास जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं रीवा और ग्वालियर संभाग के अनूपपुर, शहडोल, डिंडोरी, सिवनी, मंडला, बालाघाट ,पन्ना, निवाड़ी, विदिशा, भोपाल, राजगढ़, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, धार, इंदौर, उज्जैन, शाजापुर, आगर, मालवा, भिंड, मुरैना, जिलों में गरज चमक के साथ बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।

नवंबर के आखिरी 4 दिन में भोपाल में करीब 1 इंच बारिश हुई है। 13 साल बाद भोपाल में नवंबर के महीने में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। इससे पहले नवंबर, 2010 में 71.4 मिमी बारिश हुई थी। नवंबर के आखिरी दिन गुरुवार को भोपाल में सीजन का पहला सबसे घना कोहरा छाया। राजधानी सुबह ढाई घंटे कोहरे से ढंकी रही। इधर, प्रदेश की सबसे ठंड वाली जगह पचमढ़ी और रायसेन रही। यहां पारा 10.2 डिग्री दर्ज किया गया।

IMD भोपाल के वैज्ञानिक अशफाक हुसैन ने बताया कि दिसंबर की शुरुआत बारिश के साथ होगी। वेस्टर्न डिस्टरबेंस के एक्टिव होने से प्रदेशभर में मौसम ठंडा रहेगा। वहीं, पूर्वी हिस्से में हल्की से मध्यम बारिश होगी। दिसंबर में मौसम का ट्रेंड देखें, तो दिसंबर में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस स्ट्रॉन्ग आते हैं। वहीं, उत्तरी हवाएं आने से दिन-रात के तापमान में गिरावट होती है। अनुमान के अनुसार इस बार दिन-रात के तापमान नॉर्मल ही बने रहेंगे, लेकिन यदि उत्तरी भारत यानी जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी होती है, तो टेम्प्रेचर लुढ़क भी सकता है।