विशेष विमान से भोपाल पहुंचा शरद यादव का पार्थिव शरीर, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने दी श्रद्धांजलि

शरद यादव के अंतिम संस्कार की तैयारी उनके पैतृक गांव मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम के अंतर्गत बाबई तहसील के आंखमाऊं गांव में की गई है। उनके पार्थिव शरीर को सड़क मार्ग से बाबई ले जाया जा रहा है।

Updated: Jan 14, 2023, 07:44 AM IST

भोपाल। मंडल मसीहा शरद यादव आज पंचतत्व में विलीन हो जाएंगे। उनके अंतिम संस्कार की तैयारी उनके पैतृक गांव आंखमाऊं में की गई है जो मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम (होशंगाबाद) के अंतर्गत बाबई तहसील में स्थित है। थोड़े देर पहले ही उनका पार्थिव शरीर विशेष विमान से दिल्ली से भोपाल पहुंचा है।

राजधानी भोपाल स्थित स्टेट हैंगर पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित की। यहां से सड़क मार्ग से उन्हें पैतृक गांव आंखमाऊं ले जाया जाएगा। 

दिग्विजय सिंह भी सड़क मार्ग से आंखमाऊं जाएंगे और अंत्येष्टि कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके लिए सिंह ने अपने सभी पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है। सिंह ने बताया कि शरद यादव उनके बेहद करीबी मित्र थे। सिंह के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता भी शरद यादव के पैतृक गांव जा रहे हैं।

बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेताओं ने ही अंत्येष्टि से लेकर पार्थिव शरीर को ले जाने तक की व्यवस्था की है। हैरानी की बात ये है कि जेडीयू पार्टी से कोई भी नेता अपने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष की इस अंतिम यात्रा में शामिल होने नहीं आए हैं 

शरद यादव का जन्‍म भले ही मध्‍य प्रदेश में हुआ लेकिन राजनेता के तौर पर वे बिहार की सियासत से सबसे ज्‍यादा जुड़े रहे। बिहार सरकार ने उनके निधन पर एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। बता दें कि 75 साल के शरद यादव को किडनी की समस्या थी और वह काफी समय से डायलिसिस पर थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटी और एक बेटा है। फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट से मिली जानकारी के मुताबिक शरद यादव को अचेत अवस्था में ही लाया गया था। उन्हें इमरजेंसी में भर्ती किया गया। लेकिन जांच में उनकी न नाड़ी चलती मिली न ही ब्लड सर्कुलेशन हो रहा था। फिर 10.19 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।