बजट के बाद रुपए में ऐतिहासिक गिरावट, डॉलर के मुकाबले पहली बार 87 के पार

रुपया सोमवार को अपने रिकॉर्ड ऑल टाइम लो पर आ गया। इसमें अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 67 पैसे की गिरावट देखने को मिली और यह 87.29 रुपए प्रति डॉलर के अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया।

Updated: Feb 03, 2025, 04:09 PM IST

नई दिल्ली। डॉलर के मुकाबले रुपये ने अब तक की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की है। सोमवार को बाजार खुलते ही रुपये में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। आज पहली बार रुपया 87 के स्तर के नीचे फिसल गया। शुरुआती कारोबार में रुपया 67 पैसे टूटकर 87.29 प्रति डॉलर के अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में शुक्रवार को रुपया 86.61 पर बंद हुआ था, लेकिन आज बाजार खुलते ही 41 पैसे की गिरावट के साथ 87.02 पर पहुंच गया, जो कि फरवरी 2023 के बाद सबसे कमजोर शुरुआत रही। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, रुपए में इस गिरावट की वजह कनाडा, मैक्सिको और चीन पर ट्रंप के टैरिफ लगाना है, जिसे फॉरेक्स ट्रेडर्स ने वैश्विक व्यापार युद्ध का पहला कदम बताया है। इसके अलावा जिओ पॉलिटिकल टेंशन्स कारण भी रुपए पर नेगेटिव असर पड़ा है।

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दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा, मैक्सिको और चीन पर नए टैरिफ लगाने के आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके चलते वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका बढ़ गई है, जिससे रुपये पर भी असर पड़ा है। बता दें कि डोनाल्ड ट्रम्प ने 1 फरवरी को कनाडा और मेक्सिको पर 25% और चीन पर एक्स्ट्रा 10 टैरिफ का ऐलान किया था। हालांकि उन्होंने इस दौरान भारत का नाम नहीं लिया। इससे पहले उन्होंने फ्लोरिडा में एक कार्यक्रम में भारत, चीन और ब्राजील जैसे देशों पर हाई टैरिफ लगाने की धमकी थी।

ट्रम्प ने कई बार ब्रिक्स देशों पर 100% टैरिफ लगाने की धमकी दी है। भारत, ब्राजील और चीन तीनों ब्रिक्स का हिस्सा हैं। इसके अलावा ट्रम्प भारत की तरफ से अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर बहुत ज्यादा टैरिफ लगाने की शिकायत कर चुके हैं। ऐसे में भारत पर भी टैरिफ का खतरा बना हुआ है। 

बहरहाल, बजट के तुरंत बाद रुपए में गिरावट आर्थिक मोर्चे पर चिंता का विषय है। रुपए में गिरावट का मतलब है कि भारत के लिए चीजों का इंपोर्ट महंगा होना है। इसके अलावा विदेश में घूमना और पढ़ना भी महंगा हो गया है। डॉलर की तुलना में किसी भी अन्य करेंसी की वैल्यू घटे तो उसे मुद्रा का गिरना, टूटना, कमजोर होना कहते हैं।