शिवराज सरकार ने बदला नसरुल्लागंज का नाम, अब कहलाएगा भैरूंदा

केंद्रीय गृह मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद राज्‍य शासन द्वारा नसरुल्लागंज का नाम भैरूंदा करने संबंधी गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है।

Updated: Apr 02, 2023, 01:43 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में ऐतिहासिक धरोहरों, स्थलों और शहरों के नाम बदलने का सिलसिला निरंतर जारी है। एक ऐतिहासिक धरोहर, स्थल अथवा शहर का नाम बदला नहीं जाता कि बीजेपी के लोग दूसरे की मांग कर देते हैं। इसी क्रम में अब सीएम शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र में स्थित नसरुल्लागंज तहसील का नाम बदला गया है। नसरुल्लागंज अब भैरूंदा कहलाएगा।

बता दें कि सीएम शिवराज सिंह चौहान दो साल पहले नसरुल्‍लागंज में आयोजित एक कार्यक्रम में इस कस्‍बे का नाम बदलने की घोषणा की थी। हालांकि, अब चुनाव नजदीक आने के बाद इस संबंध में आधिकारिक निर्णय लिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद राज्‍य शासन द्वारा नसरुल्लागंज का नाम बदलने संबंधी गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। 

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इससे पहले प्रदेश सरकार होशंगाबाद शहर का नाम बदलकर नर्मदापुरम और भोपाल में स्‍थित इस्‍लाम नगर पंचायत का नाम जगदीशपुर कर चुकी है। साथ ही भोपाल स्थित हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति और मिंटो हॉल कुशा भाऊ ठाकरे हॉल कर दिया था। नसरुल्लागंज का नाम बदलने के बाद सरकार की ओर से वहां गौरव दिवस का आयोजन भी किया गया है।

नसरुल्लागंज का नाम बदलने के पिछले कई सियासी मायने हैं। दरअसल, यह क्षेत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्वाचन क्षेत्र बुधनी विधानसभा में आता है। सियासी जानकार बताते हैं कि इस क्षेत्र में बीजेपी को लेकर काफी एंटी इनकम्बेसी है। एंटी इनकम्बेसी खत्म करने के लिए बीजेपी यहां तहसील का नाम बदलकर धार्मिक ध्रुवीकरण की कोशिशों में जुटी हुई है। सीएम चौहान नसरुल्लागंज के लोगों को साधने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। तहसील का नाम बदलना भी इसका एक हिस्सा है।

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खास बात ये है कि बुधनी-नसरुल्लागंज विधानसभा क्षेत्र में आबादी के लिहाज से नसरुल्लागंज बड़ा है। लेकिन पिछले कई वर्षों से बुधनी का व्यक्ति विधायक (शिवराज सिंह चौहान) हैं। नसरुल्लागंज के लोग चाहते हैं कि विधायक बुधनी का नहीं बल्कि नसरुल्लागंज का ही कोई व्यक्ति हो। उधर कांग्रेस भी इस बार नसरुल्लागंज के व्यक्ति को टिकट देने का विचार कर रही है। माना जा रहा है कि इस बार का विधानसभा चुनाव व्यक्ति विशेष की बजाए, बुधनी बनाम नसरुल्लागंज होने की संभावना है। और यदि ऐसा होता है तो सीएम चौहान का हारना तय है।