लोकसभा में कल पेश होगा वक्फ संशोधन बिल, BJP ने सभी सांसदों को सदन में रहने के लिए व्हिप जारी किया
वक्फ संशोधन बिल 2 अप्रैल को प्रश्नकाल के बाद दोपहर 12 बजे लोकसभा में पेश होगा। स्पीकर ओम बिरला ने इस पर 8 घंटे चर्चा का समय निर्धारित किया है।

नई दिल्ली। वक्फ संशोधन बिल को लेकर देश में सियासी तकरार जारी है। विपक्षी दल इस बिल का पूरी ताकत से विरोध कर रहे हैं। वहीं, सरकार ने इसे 2 अप्रैल को लोकसभा में पेश करने का निर्णय लिया है। बुधवार को प्रश्नकाल के बाद दोपहर 12 बजे लोकसभा में पेश होगा। स्पीकर ओम बिरला ने इस पर 8 घंटे चर्चा का समय निर्धारित किया है।
BJP ने अपने सभी सांसदों को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी कर दिया है। पार्टी ने व्हिप में अपने सांसदों को सदन में पूरे समय मौजूद रहने को कहा है। संसदीय कार्यमंत्री किरण रिजीजू ने कहा कि हम बिल पर चर्चा चाहते हैं। सभी राजनीतिक दलों को इस पर बोलने का अधिकार है। देश भी जानना चाहता है कि किस पार्टी का क्या स्टैंड है। अगर विपक्ष चर्चा में शामिल नहीं होना चाहता तो हम उन्हें रोक नहीं सकते।
वहीं विपक्ष 12 घंटे चर्चा की मांग कर रहा है। इसे देखते हुए चर्चा के हंगामेदार रहने की संभावना है। अब सरकार फ्लोर मैनेजमेंट में लग गई है। दोनों सदनों में इस बिल का पास कराने में सरकार को शायद ही कोई दिक्कत पेश आए। उधर, इंडिया गठबंधन के नेताओं की आज शाम 6 बजे बैठक होगी। इस दौरान कल वक़्फ़ बिल पेश होने को लेकर इंडिया गठबंधन के नेताओं की रणनीति पर चर्चा होगा।
उधर, जदयू नेता MLC गुलाम गौस ने वक्फ बिल का विरोध कर सियासी बवाल मचा दिया है। गौस ने कहा कि यह विधेयक अनावश्यक है और केंद्र सरकार की मंशा साफ नहीं है। जदयू MLC ने इस विधेयक को वापस लेने की मांग की है। गौस ने कहा है कि पार्टी के नेताओं को लेकर हम नीतीश कुमार से मिलने जाएंगे और दबाव बनाएंगे। पार्टी के एक व्यक्ति ने बगैर नीतीश कुमार की राय लिए इसका संसद में समर्थन कर दिया है। जदयू इसका समर्थन नहीं करती है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) असदुद्दीन ओवैसी ने बिल को असंवैधानिक बताया है। उन्होंने कहा कि इस बिल का अगर बीजेपी के साथ जेडीयू, टीडीपी, जयंत चौधरी और चिराग पासवान की पार्टी समर्थन करती है तो उनसे जनता पूछेगी। बिहार में तो चुनाव भी हैं, नीतीश कुमार और जेडीयू वाले वोट मांगने किस मुंह से जाएंगे। ये मुसलमानों को उनकी प्रॉपर्टी से बेदखल करने की साजिश है। हम सब इसका पुरजोर विरोध करेंगे।
बहरहाल, अब देखना होगा कि इस बिल को लेकर NDA के घटक दलों की क्या मंशा है। यदि वे इसका समर्थन नहीं करते हैं तो बिल पास नहीं हो सकेगा। बिल पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि हम वक्फ बोर्ड विधेयक के खिलाफ हैं क्योंकि बीजेपी हर चीज में हस्तक्षेप करना चाहती है। वे हर जगह नियंत्रण चाहते हैं।
वहीं, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, ‘हम शुरू से इसका विरोध कर रहे हैं। जेपीसी में भी विरोध किया। लालू जी बीमार अवस्था में भी पहुंचे और विरोध किया। हम गंगा जमनी तहजीब को मानने वाले लोग हैं। ये लोग आरएसएस का एजेंडा मानने वाले लोग हैं। केंद्रीय मंत्री ललन सिंह तो अब भाजपा में हैं। चिराग और मांझी की कोई विचारधारा नहीं है।'