इंदौर में 1 लाख रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ाया सब इंस्पेक्टर, मर्डर केस में फंसाने की धमकी देकर मांगे थे रुपए
इंदौर के आजाद नगर थाने के एसआई धर्मेंद्र राजपूत को लोकायुक्त टीम ने एक लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। उसने हत्या केस में आरोपी को बचाने और कार्रवाई न करने के नाम पर रकम मांगी थी। शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस ने जाल बिछाकर कार्रवाई की।

इंदौर। मध्य प्रदेश लोकायुक्त टीम प्रदेशभर में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। इंदौर से एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां आजाद नगर थाने के एसआई धर्मेंद्र राजपूत रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त टीम के हत्थे चढ़ गए। आरोपी एसआई ने हत्या के मामले में एक युवक के पिता से 1 लाख रुपए बतौर रिश्वत की मांग की थी।
एसआई द्वारा रिश्वत की मांग किए जाने के बाद युवक ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस के समक्ष की। इसके बाद लोकायुक्त पुलिस की टीम सक्रिय होकर पर्याप्त सूबूत जुटाने के लिए एसआई के पीछे लग गई। आज यानी सोमवार को आरोपी एसआई ने युवक को रिश्वत के पैसों के साथ थाने के बाहर एक दुकान के पास बुलाया था। एसआई द्वारा बताई जगह पर जैसे ही युवक ने रिश्वत के पैसे थमाए वैसे ही लोकायुक्त पुलिस की टीम ने उसे रंगे हाथों धर दबोचा।
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मामले की जानकारी देते हुए लोकायुक्त डीएसपी सुनील कुमार तालान ने बताया कि कुछ दिनों पहले मूसाखेड़ी में चोरी की आशंका जताते हुए एक युवक के साथ मारपीट की गई थी। युवक को इतना मारा गया कि उसकी मौत हो गई। पुलिस ने रामचंद्र सिंह तोमर को मामले का आरोपी बनाया। आरोपी एसआई रामचंद्र सिंह तोमर के बेटे संतोष के पीछे पड़ गया और पिता को केस से क्लीन चिट दिलवाने के नाम पर रिश्वत की मांग करने लगा।
जब रामचंद्र को कोर्ट से जमानत मिल गई तब भी एसआई राजपूत नहीं रुका। उसने रामचंद्र और उसके बेटे संतोष को हत्या के आरोप में झूठा फंसाने की धमकी दी। और केस में कोई कार्रवाई ना करने के नाम पर 2 लाख रुपयों की डिमांड की। फिर 1.50 लाख रुपयों की मांग की गई। लेकिन इसके बाद 1 लाख रुपयों में डील फिक्स हुई। इसके बाद रामचंद्र सिंह तोमर के बेटे संतोष तोमर लोकायुक्त पुलिस के पास पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। इस तरह लोकायुक्त पुलिस ने एसआई राजपूत को रंगे हाथों पकड़ा।