MP में चुनाव है: कभी चरणों में पड़ते तो कभी टंकी पर चढ़ते नेताजी

चुनावी रंग चढ़ने के साथ ही एमपी में जनता के बीच प्रत्याशियों की रेलम-पेल शुरू हो गई है..

Updated: Jun 13, 2022, 04:33 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग का नारा है एमपी अजब है, सबसे गजब है। यह स्लोगन भले ही मध्य प्रदेश में पर्यटकों को लुभाने के लिए बनाया गया हो, मगर वाकई में यह प्रदेश सियासी खेल में तो अजब और गजब है ही।

मध्य प्रदेश में पंचायत एवं नगरीय निकाय चुनाव का दौर चल रहा है जहां पंचायत चुनाव में नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी और प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह मिल चुके हैं। वहीं नगरीय निकाय चुनाव में नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। लेकिन चुनाव के दृश्य प्रदेश की जनता के लिए मनोरंजन का विषय बने हुए हैं। एक ओर जहां पंचायत चुनाव में सरपंच प्रत्याशी पत्नी सहित जनता के चरणों में पड़े हैं तो वहीं नगरीय निकाय चुनाव में पार्षद प्रत्याशी नो ड्यूज करवाने के लिए पानी की टंकी पर चढ़ रहे हैं।

पहला वाकया विदिशा का है। विदिशा जिले की ग्राम पंचायत गुरारिया लश्कर जहां सरपंच पद प्रत्याशी है सुशीला बाई। सुशीला बाई अपने पति के साथ घर घर जाकर जन संपर्क कर रही है और मतदाताओं के चरणों में लेटकर हाथ जोड़कर वोट मांग रही है।

सरपंच उम्मीदवार के पति महिलाओं से कह रहे हैं कि तुम्हारी बहू चुनाव में खड़ी हुई है। चुनाव चिन्ह गिलास है हम सब तुम्हारी मांगे मानेंगे। सेवा, सुरक्षा और पढ़ाई की गारंटी होगी। वोट हमें ही देना। नेताजी वोटरों से आखिरी मौका मांग रहे है। वोट मांगने का यह अंदाज अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।

दूसरा वाकया दतिया का है। महेश जाटव दतिया की इंदरगढ़ नगर परिषद से वार्ड क्रमांक 13 और वार्ड क्रमांक 7 से अपनी बेटी और पत्नी को पार्षद का निर्दलीय चुनाव लड़वाना चाहते हैं। नेता जी नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए जरूरी विभिन्न शासकीय विभागों की अनुमति व नो ड्यूज लेने के लिए चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन नेताजी की बिजली विभाग में सुनवाई नहीं हुई और नेता जी को इसमें विरोधियों का षड्यंत्र नजर आया। फिर क्या था नेताजी बन गए शोले फिल्म के वीरू... और सुबह 5 बजे चढ़ गए पानी की टंकी पर। देखते ही देखते टंकी के पास लोगों की भीड़ जमा हो गई।

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फिर क्या था प्रशासन नेताजी को मनाने पहुंचा लेकिन नेताजी की एक ही मांग बिजली विभाग का नो ड्यूज। नेता जी ने टंकी से पर्ची फेंक कर अपनी समस्या बताई। तीन घंटे की मान मनौव्वल के बाद नेताजी प्रशासन के आश्वासन पर नीचे उतरे। नीचे उतरते ही नेता जी बोले अब उसे कोई नही रोक पाएगा।

बहरहाल गांव से लेकर शहर सब जगह चुनावी रंग चढ़ने लगा है और चुनाव में प्रत्याशियों की रेलम पेल शुरू हो गई। सभी प्रत्याशी स्वयं को मतदाताओं का भाई, बहन, बेटा, बहु, सुख दुख का साथी घोषित और साबित करने की होड़ में लगे है। इन कामों से गांव और क्षेत्र में प्रत्याशी की लोकप्रियता में इजाफा हो या ना हो, लोगों का मनोरंजन तो अच्छे से हो रहा है।