ये हमारा दुर्भाग्य है, कांग्रेस से आए नेताओं को मंत्री बनाए जाने पर छलकी अजय विश्नोई की पीड़ा
पूर्व मंत्री अजय विश्नोई का कहना है कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं का ये सौभाग्य है कि उन्हें मंत्री पद मिल रहा है। ये हमारा दुर्भाग्य है कि हमारी ही पार्टी में हम अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
भोपाल। कांग्रेस से पाला बदलकर भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं को मंत्रीपद दिए जाने को लेकर बीजेपी में विरोध का स्वर उठने लगा है। कैबिनेट मंत्री नागर सिंह चौहान तो इस कदर खफा हो गए कि उनके मंत्री पद छोड़ने की चर्चा होना शुरू हो गई। उन्होंने अपनी सांसद पत्नी के भी त्यागपत्र देने की धमकी दे डाली। हालांकि, काफी मान मनौव्वल के बाद मंगलवार देर रात वे नरम पड़ गए। अब विधायक अजय विश्नोई ने मोर्चा खोल दिया है।
शिवराज सरकार में मंत्री रह चुके पाटन से विधायक अजय विश्नोई ने कहा है कि वे पार्टी में ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस नेताओं को मंत्रीपद दिए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। अजय विश्नोई ने जबलपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, ‘नागर सिंह चौहान ने सोच-समझकर कदम उठाया होगा। मंत्री बनना दलबदलू नेताओं का सौभाग्य है और हमारा दुर्भाग्य है। हम अपनी ही पार्टी में ठगा महसूस कर रहे हैं।'
और पढ़े: कर्नाटक के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए नहीं देना होगा NEET, कॉमन एंट्रेंस टेस्ट से होगा दाखिला
इससे पहले मंगलवार दोपहर को सीएम डॉ. मोहन यादव की विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर और संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय के साथ विधानसभा में करीब आधे घंटे तक बंद कमरे में चर्चा हुई। इस बैठक को भी नागर सिंह चौहान की नाराजगी से जोड़कर देखा जा रहा है।
बता दें कि अलीराजपुर से विधायक नागर सिंह चौहान के पास अब सिर्फ अनुसूचित जाति कल्याण विभाग ही बचा है। मंत्री पद की शपथ के बाद हुए बंटवारे में उन्हें वन, पर्यावरण और अनुसूचित जाति कल्याण विभाग दिए गए थे। दो विभाग वन एवं पर्यावरण उनसे लेकर रामनिवास रावत को दिए गए हैं। इससे वे नाराज चल रहे हैं।