जो हमें इग्नोर करेंगे, उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ेगा, करणी सेना ने भाजपा को दी चेतावनी

पिछले चुनाव में हमारा ही नारा था कमल का फूल हमारी भूल, तीनों राज्यों में बीजेपी का सुपड़ा साफ हो गया। इस बार हम लोग नहीं चाहते की इस तरह का नारा हम लगाएं। लेकिन अगर यह लोग हमारी मांगे नहीं मानेंगे तो हमारा नारा तैयार है: करणी सेना

Updated: Sep 11, 2023, 11:05 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अब करणी सेना भी मैदान में उतर चुकी है। श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने कहा कि जो हमारी मांगों को पूरा करेगा करणी सेना उसी का समर्थन करेगी। उन्होंने भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा कि जो हमें इग्नोर करेंगे, उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने इंदौर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पिछले चुनाव में हमारा ही नारा था कमल का फूल हमारी भूल। तीनों राज्यों में बीजेपी का सुपड़ा साफ हो गया। इस बार हम लोग नहीं चाहते की इस तरह का नारा हम लगाएं। लेकिन अगर यह लोग हमारी मांगे नहीं मानेंगे तो हमारा नारा तैयार है। वहीं INDIA गठबंधन पर मकराना बोले की करणी सेना राष्ट्रवादी गठबंधन के साथ हैं।

मकराना ने आगे कहा कि हम लोग हर दिन अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर हैं। राजनीतिक पार्टियां हमें इग्नोर कर रही हैं। जिसका खामियाजा उनको भुगतना पड़ेगा। हम लोग आए हैं हमारी राजनीतिक एकता दिखाने के लिए, सामाजिक एकता दिखाने के लिए। जो भी राजनीतिक पार्टियां हमें इग्नोर करेंगी उसको मुंह की खानी पड़ेगी। हम लोगों का ही नारा था कमल का फूल हमारी भूल, हम वापस उसको दोहराएं यह ठीक नहीं रहेगा।

उन्होंने कहा कि, 'इतिहास के साथ जो तरोड़-मरोड़ हो रहा है, हमारे ऐतिहासिक पात्रों का जो नाम बदला जा रहा है, जातियां बदली जा रही है। उनको रोका जाए। उनके लिए बाकायदा एक इतिहास संरक्षण का बोर्ड बनाया जाए। क्षत्रिय कल्याण बोर्ड का गठन हो। राजपूत जाति के जो आम गरीब बच्चे हैं उनको इसका फायदा मिले। EWS का राजस्थान मॉडल मप्र में लागू होना चाहिए। EWS के मप्र में आरक्षण सिस्टम में बहुत बैरियर हैं।'