MP में सबसे कम है बेरोजगारी दर, इन्वेस्टर्स से बातचीत के दौरान सीएम शिवराज का झूठा दावा
मुंबई में आयोजित इन्वेस्टर्स समिट को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि देश में सबसे कम बेरोजगारी दर एमपी में है। जबकि CMIE के आंकड़े बताते हैं कि सर्वाधिक रोजगार देने वाला राज्य छत्तीसगढ़ है।

मुंबई। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन्वेस्टर्स समिट के लिए मुंबई दौरे पर हैं। यहां उन्होंने "इन्वेस्टमेंट ऑपर्च्युनिटी इन मध्य प्रदेश" विषय पर आयोजित सेशन को संबोधित किया। इस दौरान मंच से सीएम चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में बेरोजगारी दर सबसे कम है। हालांकि, CMIE रिपोर्ट्स के मुताबिक यह उपलब्धि कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ ने हासिल की है।
सीएम चौहान ने इन्वेस्टर्स समिट को संबोधित करते हुए कहा कि, 'मुझे यह कहते हुए प्रसन्नता है कि बेरोजगारी दर अगर देश में सबसे कम किसी राज्य में है, तो वह राज्य मध्यप्रदेश है। मध्यप्रदेश की बेरोजगारी दर 0.8% है। हमने रोजगार के कई अवसर सृजित किए हैं।'
मुझे यह कहते हुए प्रसन्नता है कि बेरोजगारी की दर अगर देश में सबसे कम किसी राज्य में है, तो वह राज्य मध्यप्रदेश है। मध्यप्रदेश की बेरोजगारी दर 0.8% है। हमने रोजगार के कई अवसर सृजित किए हैं: मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj#InvestMPinMumbai pic.twitter.com/OgSt6qI26b
— Jansampark MP (@JansamparkMP) November 10, 2022
हालांकि, सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) द्वारा जारी ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि मध्य प्रदेश का स्थान शीर्ष तीन राज्यों में भी नहीं है। CMIE द्वारा 1 अक्टूबर 2022 को बेरोजगारी दर के संबंध में जारी रिपोर्ट के मुताबिक सबसे कम बेरोजगारी दर वाले राज्यों में 0.1 फीसदी के साथ छत्तीसगढ़ शीर्ष पर है। यानी नागरिकों को रोजगार देने के मामले में छत्तीसगढ़ अव्वल है। 0.4 फीसदी बेरजोगरी दर के साथ असम दूसरे स्थान पर है। वहीं, उत्तराखंड 0.5 फीसदी बेरोजगारी दर के साथ तीसरे स्थान पर है।
सीएम चौहान ने इस दौरान यह भी कहा कि मध्य प्रदेश में शानदार इन्फ्रास्ट्रक्चर, सड़कें और पानी की पर्याप्त व्यवस्था है। सड़कों की बात की जाए तो प्रदेश की स्थिति जगजाहिर है। हाल ही में खुद मुख्यमंत्री जब अपनी पत्नी के साथ भोपाल में घूमने निकले तो उन्हें बदहाल सड़कें दिखी। उन्होंने स्वीकारा की भोपाल की सड़कें बेहद खराब है। अगली सुबह उन्होंने अफसरों को फटकारते हुए कहा कि जब राजधानी का यह हाल है तो प्रदेश के बाकी हिस्सों का क्या हाल होगा? उन्होंने यह भी कहा कि अखबार के पन्ने गड्ढों की तस्वीरों से भरी रहती है।
मध्यप्रदेश में शानदार इन्फ्रास्ट्रक्चर, सड़कें और पानी की पर्याप्त व्यवस्था है।
— Jansampark MP (@JansamparkMP) November 10, 2022
मुझे बताते हुए प्रसन्नता है कि गेहूं के उत्पादन में मध्यप्रदेश ने पंजाब को पीछे छोड़ दिया है और देश में पहले स्थान पर पहुंच गया है: मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj#InvestMPinMumbai pic.twitter.com/WD8JjvCK1h
सीएम चौहान ने आगे कहा कि, 'मध्य प्रदेश पावर सरप्लस स्टेट है। यहां 24/7 बिजली की उपलब्धता है। मप्र थर्मल के साथ सोलर पावर में भी कमाल कर रहा है। ओम्कारेश्वर में हम पानी पर सोलर पैनल बिछाकर बिजली उत्पादित करने जा रहे हैं। हवा से भी बिजली बनाई जा रही है।' हालांकि, इन दावों से इतर एक सच्चाई यह है कि राजधानी भोपाल के 50 फीसदी हिस्सों में पिछले दो हफ्तों से ब्लैकआउट है। निगम द्वारा बिजली बिल नहीं जमा करने के कारण पावर कंपनियों ने बिजली काट दी है और भोपाल की सड़कें अंधकार में डूबी हुई हैं।
मध्यप्रदेश पहले टाइगर स्टेट था फिर लेपर्ड स्टेट बना अब चीता स्टेट भी बन गया है। मध्यप्रदेश वल्चर स्टेट भी है, हमने गिद्धों को भी सुरक्षित रखा है: मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj#InvestMPinMumbai pic.twitter.com/shA2Qt1kDH
— Jansampark MP (@JansamparkMP) November 10, 2022
जैव विविधता को लेकर बातचीत के दौरान सीएम चौहान ने कहा कि हमने गिद्धों को भी सुरक्षित रखा है। उन्होंने कहा, 'मध्यप्रदेश पहले टाइगर स्टेट था फिर लेपर्ड स्टेट बना अब चीता स्टेट भी बन गया है। मध्यप्रदेश वल्चर स्टेट भी है, हमने गिद्धों को भी सुरक्षित रखा है।'