शराबी पति और बेटों से परेशान महिलाओं ने किया पुलिस चौकी का घेराव, बोलीं- शराब ने घर उजाड़ दिया

मध्य प्रदेश सरकार चला रही है नशामुक्ति अभियान, लेकिन गांव गांव में बिक रहे कच्चे शराब, खंडवा में महिलाओं ने बताई हकीकत, पुलिस नहीं करती कोई कार्रवाई

Updated: Oct 20, 2022, 05:35 AM IST

खंडवा। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा नशे के खिलाफ प्रदेश व्यापी मुहिम चलाने का दावा किया जा रहा है। हालांकि, हकीकत बिल्कुल इससे उलट है। शराबबंदी की मांग को लेकर पूर्व सीएम उमा भारती के बाद अब पीड़ित महिलाओं ने भी मोर्चा खोल दिया है। खंडवा में महिलाओं ने पुलिस चौकी का घेराव किया।

दरअसल, खंडवा के मोरटक्का में नशे के आदि पति और बेटों से परेशान महिलाओं ने पुलिस चौकी का घेराव किया। यहां की महिलाएं पति और बच्चों के नशा करने से बेहद परेशान हैं। उनका कहना है कि शराब और गांजे ने हमारे घर उजाड़ दिए। कई बार शिकायतें की, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। हाथों में तख्तियां लिए विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी कर रही कई महिलाएं मीडिया को अपना दर्द बताते हुए भावुक भी हो गईं।

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क्षेत्र की महिलाओं का आरोप है कि नर्मदा के तटीय इलाकों में नशे का कारोबार तेजी से पनप रहा है। नशे के कारण हमारे बच्चों की जिंदगियां खराब हो रही है। घर बर्बाद हो रहे है, लेकिन किसी जिम्मेदार को इसकी चिंता नहीं है। घर के मर्द शराब पीकर आते हैं, महिलाओं व बच्चों से मारपीट करते हैं। तो कभी खुद फांसी लगाकर आत्महत्या की कोशिश करते हैं। कई बार तो रस्सी काटकर उन्हें बचाया है। 

पीड़ित महिलाओं ने चौकी का घेराव कर एक शिकायती आवेदन भी सौंपा और जल्द से जल्द नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने की मांग की। महिलाओं ने चेतावनी भी दी है कि यदि शराब माफियायों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो वो उग्र आंदोलन करेंगे। मामले पर ओंकारेश्वर थाना प्रभारी ने कहा कि महिलाओं से शिकायत प्राप्त हुई है। कुछ लोगों के नाम भी दिए हैं। मामले की जांच कराएंगे और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।