Farmer Bills: एनडीए में फूट, जेडीयू ने कहा MSP के लिए नया कानून लाए सरकार

MSP: संसद से पारित हो चुके कृषि विधेयकों पर एक एक करके नाखुशी जाहिर कर रही हैं बीजेपी की सहयोगी पार्टियां, जेजेपी के दो विधायक भी किसानों के प्रदर्शन में हो चुके हैं शामिल

Updated: Sep 24, 2020, 07:30 PM IST

Photo Courtesy: The Economic Times
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नई दिल्ली। संसद से पास हो चुके कृषि विधेयकों को लेकर केंद्र सरकार में बीजेपी के सहयोगी एक के बाद एक बागी रुख अपना रहे हैं। ताजा मामला जेडीयू का है। बिहार चुनाव से ठीक पहले पार्टी ने कृषि विधेयकों को लेकर मांग रखी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए इंटरव्यू में कहा है कि उनकी पार्टी वैसे तो कृषि विधेयकों का समर्थन करती है, लेकिन यह भी चाहती है कि सरकार एक ऐसा कानून लाए जिसके तहत एमएमसपी से कम दाम पर फसल खरीद अपराध माना जाए। इससे पहले केंद्र सरकार में अकाली दल के कोटे से मंत्री हरसिमरत कौर इस मुद्दे पर अपने पद से इस्तीफा दे चुकी हैं। वहीं हरियाणा में बीजेपी को समर्थन दे रही पार्टी जेजेपी के भी दो विधायक विधेयकों के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शनों में शामिल हो चुके हैं। 

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जेडीयू के मुख्य महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि उनकी पार्टी ने संसद में इन विधेयकों का समर्थन किया है, लेकिन जेडीयू किसानों की मांगों का भी समर्थन करती है। इसलिए एक ऐसा कानून लाया जाना चाहिए, जिससे एमएसपी से काम दाम पर फसल खरीद करने पर कानूनी कार्रवाई हो।

हालांकि, केसी त्यागी से जब यह पूछा गया कि क्या पार्टी ने यह मांग नीतीश कुमार के कहने पर की है, तब उन्होंने गोल मोल जवाब दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि एमएमसपी जारी रहेगी। फिर जब उनसे यह पूछा गया कि विधेयकों में तो कहीं भी एमएसपी के जारी रहने का उल्लेख नहीं है, तब उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने खुद इसे लेकर घोषणा की है और अगर इसका उल्लंघन होता है तो कार्रवाई हो सकती है। 

त्यागी ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री ने घोषणा की है कि सार्वजनिक खाद्य प्रणाली के तहत फसलों की सरकारी खरीद जारी रहेगी। विधेयकों को लेकर समर्थन जताते हुए उन्होंने अपनी सरकार का उदाहरण दिया। त्यागी ने कहा कि 2006 में उनकी सरकार ने बिहार में एपीएमसी एक्ट वापस ले लिया था क्योंकि बिचौलिए किसानों का शोषण कर रहे थे। 

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बिहार चुनाव में अब कुछ ही वक्त बचा है, ऐसे में एनडीए में सबकुछ सही नहीं है। खासकर एलजेपी और जेडीयू के बीच तकरार जारी है। एलजेपी के चिराग पासवान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर टिप्पणी कर रहे हैं। बात यहां तक आ गई है कि जेडीयू ने पूछ लिया है कि एलजेपी एनडीए में है या नहीं।