लोकसभा में हंगामे के बीच 33 सांसद सस्पेंड किए गए, अबतक 47 सांसदों को चुकानी पड़ी सवाल पूछने की कीमत

सस्पेंड किए गए सांसदों में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी भी शामिल हैं। संसद सुरक्षा चूक मामले में जवाब मांग रहे अब तक कुल 47 सांसद पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित हो चुके हैं।

Updated: Dec 18, 2023, 05:37 PM IST

नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में चूक की घटना को लेकर केंद्र की मोदी सरकार चौतरफा घिरी हुई है। विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है। विपक्ष के सांसद दोनों सदनों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। विरोध दबाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ताबड़तोड़ सांसदों को निलंबित कर रही है। इसी क्रम में लोकसभा से नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी समेत 33 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया।

इससे पहले पिछले हफ्ते लोकसभा से 13 सांसदों को सस्पेंड किया गया था। वहीं, राज्यसभा में डेरेक ओ ब्रायन पर निलंबन की कार्रवाई हुई थी। यानी अबतक कुल 47 सांसदों को सत्र से निलंबित कर दिया गया है। इन सांसदों की गलती सिर्फ इतनी थी कि वे संसद में घुसपैठ मामले में गृहमंत्री शाह से जवाब मांग रहे थे। इन सांसदों के निलंबन का प्रस्ताव संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी द्वारा लाया गया था, जिसे स्पीकर ने पारित किया। इन सांसदों को शीतकालीन सत्र के बचे हुए दिनों के लिए निलंबित किया गया है।

इन सांसदों पर हुई कार्रवाई

जिन सांसदों के विरुद्ध आज कार्रवाई हुई है उनमें कल्याण बनर्जी, ए राजा, दयानिधि मारन, अपरूप पोदार, प्रसून बनर्जी, ईटी मोहमद बशीर, जी सेल्वल्मअन्नादुरई, टी सुमति, अधीर रंजन चौधरी, के नावस्कमी, के रविरस्वामी, प्रेम चंद्रन, शताब्दी रॉय, सौगात रॉय, असीथ कुमार, कौशलेंद्र कुमार, एंटो एंटोनी, पल्ली मणिकम, प्रतिभा मंडल, काकोली घोष, सुनील मंडल, के मुरली धारन, अमर सिंह, राजमोहन उन्नीथन, गौरव गोगोई, टीआर बालू, के कानी नवास, के वीरस्वामी, एनके प्रेमचंद्रन, सौगत रॉय, शताब्दी रॉय, के जयकुमार शामिल हैं।