शंभू बॉर्डर पर एक और किसान ने की खुदकुशी, केंद्र सरकार की नीतियों से आहत होकर खाया जहर

किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सदस्य किसान रेशम सिंह, तरण तारन जिले के रहने वाले थे और पिछले दिनों उन्होंने शंभू बॉर्डर पर किसानों द्वारा किया जा रहा प्रोटेस्ट ज्वाइन किया था।

Updated: Jan 09, 2025, 05:27 PM IST

नई दिल्ली। खनौरी और शंभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों का सब्र का बांध टूटने लगा है। गुरुवार को किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के किसान ने शंभू मोर्चा सल्फास निगल लिया। किसान ने जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। किसान के सल्फास निगलने के तुरंत बाद उसकी हालत बिगड़ गई। आनन-फानन में उसे अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उसकी मौत हो गई।

रेशम सिंह तरन-तारन के गांव पहू का रहने वाले थे। किसानों का आरोप है कि रेशम सिंह ने केंद्र सरकार, पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की नीतियों से आहत हो कर सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली। रेशम सिंह की मौत की खबर मिलते ही शंभू मोर्चे और मृतक किसान के गांव पहुविंड में माहौल शोकमय हो गया है।

मृतक किसान रेशम सिंह की पत्नी दविंदर कौर ने बताया कि उनका परिवार पूरी तरह से किसानी आंदोलन को समर्पित रहा है। दिल्ली आंदोलन के दौरान भी रेशम सिंह गांव से किसानों का जत्था लेकर कई दिन वहां डटे रहे। 

रेशम सिंह की पत्नी दविंदर कौर, बेटे इंद्रजीत सिंह ने कहा कि शंभू व खनौरी बॉर्डर पर हजारों किसान धरना दे रहे हैं। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन 45वें दिन भी जारी रहा। उनकी हालत दिन-प्रतिदिन नाजुक हो रही है, लेकिन केंद्र सरकार किसानों की मांगें नहीं मान रही। परिवार ने फैसला किया है कि रेशम सिंह का जब तक किसानों की मांगें पूरी नहीं होती तब तक रेशम सिंह का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।

यह भी पढे़ं: लाड़ली बहना लाभार्थियों को मोहन सरकार का झटका, 1.63 लाख बहनों को नहीं मिलेगी 20वीं किस्त

किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सभरां ने कहा कि किसान आंदोलन दौरान जान गंवाने वाले रेशम सिंह पहुविंड की कुर्बानी भुलाई नहीं जा सकती। किसान के परिवार को 25 लाख का मुआवजा, सामुहिक कर्ज माफी, परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। साथ ही उन सभी मांगों को पूरा किया जाए, जिनके लिए दो मोर्चे लगे हुए हैं। इस मौके हरप्रीत सिंह सिधवां, सतनाम सिंह माणोचाहल, हरजिंदर सिंह शकरी, मनजिंदर सिंह गोहलवड़, सलविंदर सिंह जीओबाला, सलविंदर सिंह चोताला ने रेशम सिंह पहुविंड को श्रद्धांजलि भेंट की।