CBSE Syllabus : हटा दिए कबीर, लोकतांत्रिक अधिकार जैसे चैप्टर

CBSE Syllabus 2020-2021 : विशेषज्ञों ने जताया एतराज़, सीबीएसई ने बयान जारी कर दिया स्‍पष्‍टीकरण

Publish: Jul 09, 2020, 08:49 AM IST

कोरोना संकट के चलते स्कूलों में पढ़ाई शुरू नहीं हो पाई है। इसे देखते हुए सीबीएसई ने 9 वीं से 11वीं कक्षा तक के सिलेबस को 30 फीसदी तक घटा दिया गया है। सीबीएसई ने नौवीं क्लास में हिंदी से कबीर, सर्वेश्वर दयाल सक्सेना और गद्य में महादेवी वर्मा और हजारी प्रसाद द्विवेदी को हटाया है। सोशल साइंस से ड्रेन, पॉपुलेशन और डेमोक्रेटिक राइट्स सहित कई चैप्टर हटाए गए हैं। विशेषज्ञों के अनुसार बोर्ड ने लोकतांत्रिक अधिकार, फूड सिक्योरिटी, संघवाद, नागरिकता और निरपेक्षवाद जैसे अहम चैप्टर हटा दिए हैं। इन विषयों को हटाने का विरोध शुरू हो गया है।

कक्षा 11वीं के पॉलिटिकल साइंस के सिलेबस से संघवाद, नागरिकता, राष्ट्रवाद और निरपेक्षवाद जैसे अध्यायों को पूरी तरह हटा दिया गया है। 'Local Government' चैप्टर से बस दो यूनिट हटाए गए हैं। इसमें  'Why do we need Local Governments?' और 'Growth of Local Government in India' शामिल हैं।

खबर एनडीटीवी के अनुसार कक्षा 12वीं के पॉलिटिकल साइंस से 'Security in the Contemporary World', 'Environment and Natural Resources', 'Social and New Social Movements in India' और 'Regional Aspirations' चैप्टर्स को तो पूरी तरह से हटा दिया गया है। 'Planned Development' चैप्टर से 'changing nature of India's economic development' और 'Planning Commission and Five Year Plans' यूनिट को हटा दिया गया है। भारत के विदेशी देशों से रिश्तों पर मौजूदा चैप्टर से इस सत्र के लिए 'India's Relations with its Neighbours: Pakistan, Bangladesh, Nepal, Sri Lanka, and Myanmar' जैसे टॉपिक हटाए गए हैं। कक्षा 10वीं के बच्चे अब 'Democracy and Diversity', 'Caste, Religion and Gender' और 'Challenges to Democracy' जैसे पाठ नहीं पढ़ेंगे।

विशेषज्ञों ने उठाए हैं सवाल

CBSE के इस कदम पर NCERT के पूर्व डायरेक्टर कृष्ण कुमार ने NDTV से कहा कि CBSE की किताबों से चैप्टर्स को हटाकर बच्चों के पढ़ने और समझने के अधिकार को छीना जा रहा है। उन्होंने कहा, 'सरकार ने जिन चैप्टरों को हटाने का फैसला किया है उसमे अंतर्विरोध है. आप Federalism के चैप्टर को हटाकर Constitution बच्चों को पढ़ाएंये कैसे होगा? आप सोशल मूवमेंट्स के चैप्टर को हटाएं और History पढ़ाएं ये कैसे होगा? History सोशल मूवमेंट से ही तो निकलती है.' ये पहल बच्चों में रटने की प्रकृति को बढ़ावा देगी।

उन्होंने सवाल उठाया कि 'किसी भी चैप्टर को डिलीट करने की क्या ज़रूरत है? एग्ज़ाम पर आधारित शिक्षा व्यवस्था क्यों लागू करने की कोशिश हो रही है? एग्ज़ाम लेने के लिए CBSE की किताब से किसी चैप्टर को हटाना क्यों जरूरी है?'

 

 

 

CBSE ने जारी किया स्‍पष्‍टीकरण 

सिलेबस से कुछ चुनिंदा अध्‍याय हटाए जाने की खबरों के बाद बुधवार शाम CBSE के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने एक बयान जारी कर इन खबरों का खंडन किया। इस बयान में बोर्ड ने  कहा है कि अकेडमिक कैलेंडर की कटौती को मीडिया में गलत तरीके से बताया जा रहा है। बोर्ड ने पढ़ाई के नुकसान के कारण जो भी टॉपिक्स हटाए गए हैं उन्हें CERT के वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर के तहत कवर किया गया है। यह बोर्ड से संबंधित स्कूलों के लिए पहले से ही लागू है।