Chardham Yatra 2024: चारधाम यात्रा में अब तक 11 श्रद्धालुओं की मौत, 2 दिन बंद रहेगा रजिस्ट्रेशन
चार धाम यात्रा के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। यात्रा के शुरू होते ही चार धाम में लग रही भारी भीड़ को देखते हुए दो दिनों के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद किया गया है।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू होने के साथ रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के एकसाथ पहुंचने से लोगों को बदइंतजामी और मुश्किलों का सामना भी करना पड़ रहा है। वहां खाने-पीने और अन्य जरूरत के सामानों की दिक्कतें हो रही हैं। वहीं, पांच दिनों में 11 लोगों की मौत भी हो चुकी है।
दरअसल, केदारनाथ के कपाट खुलने के साथ ही श्रद्धालुओं का हुजूम वहां उमड़ पड़ा है। यही कारण है कि पांच दिनों में ही 11 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।यात्रा के शुरू होते ही चार धाम में लग रही भारी भीड़ को देखते हुए दो दिनों के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी बंद कर दिया गया है। 15 और 16 मई को ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं होंगे। यह फैसला चार धाम की यात्रा के लिए आने वाले बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को देखते हुए लिया गया है।
बता दें कि चार धाम यात्रा के रजिस्ट्रेशन हरिद्वार और ऋषिकेश में किए जा रहे हैं। गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि 15 अप्रैल से अभी तक 26,73,519 रजिस्ट्रेशन हुए थे। गंगोत्री में 4,21,366 रजिस्ट्रेशन किए गए। यमुनोत्री में 4,78,576 रजिस्ट्रेशन किओए गए। वहीं हेमकुंड साहिब के लिए अब तक 59 हजार से अधिक लोगों द्वारा रजिस्ट्रेशन किया गया है। हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई से खुलेंगे।
ऑफलाइन के माध्यम से ऋषिकेश में अभी तक 76,120 रजिस्ट्रेशन हुए हैं। हरिद्वार में ऑफलाइन के माध्यम से 66,251 रजिस्ट्रेशन हुए हैं। यमुनोत्री में 59 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं। गंगोत्री में 51 हजार से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। केदारनाथ में 1 लाख 26 हजार 306 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। बद्रीनाथ 39 हजार 574 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
पिछले साल यानी 2023 में चारधाम यात्रा के दौरान लगभग 200 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। पिछले साल यात्रा खत्म होने के बाद सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक केदारनाथ में 96, यमुनोत्री धाम में 34, गंगोत्री धाम में 29, बद्रीनाथ धाम में 33 और हेमकुंड साहिब में 7 और गौमुख ट्रेक में 1 की मौत हुई थी। वहीं 2022 में चारधाम यात्रा के दौरान 232 श्रद्धालुओं की मौत हुई थी।