मथुरा स्टेशन से चोरी किया गया बच्चा बीजेपी नेता के घर मिला, मानव तस्करी गिरोह का पर्दाफाश

मथुरा रेलवे स्टेशन से 24 अगस्त को चोरी हुए 7 महीने के बच्चे को बीजेपी पार्षद के घर से बरामद कर लिया गया है, ये बच्चा रात को मां के साथ सो रहा था तभी आरोपी उसे उठाकर ले गया था

Updated: Aug 30, 2022, 07:52 AM IST

मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा स्‍टेशन पर सो रहे माता-पिता के बगल से पिछले सप्‍ताह चोरी किया गया 7 माह का बच्‍चा, 100 किमी दूर फिरोजाबाद में एक बीजेपी पार्षद के घर से बरामद हुआ है। पुलिस ने इस बात की जानकारी देते हुए मानव तस्करी व बच्चा चोरी गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने बताया कि बीजेपी पार्षद ने इस बच्चे के लिए 1 लाख 80 हजार रुपए तस्करों को दिया था।

दरअसल, फरह थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव परखम की रहने वाली राधा रानी अपने पति के साथ 23 अगस्त की रात मथुरा के प्लेटफार्म नंबर 8 और 9 पर अपने 7 महीने के बच्चे के साथ सो रही थी। तभी रात में कोई उनका बच्चा चुरा ले गया। जब वह सुबह 24 अगस्त को उठी तो बच्चे को पास नहीं पाया। दंपत्ति ने मथुरा स्टेशन पर जीआरपी थाने में बच्चा चोरी की शिकायत दर्ज कराई।

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शिकायत के बाद पुलिस ने स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरा चेक किया तो उसमें एक शख्स बच्चे को चोरी कर ले जाता दिखाई दिया। जिसके बाद पुलिस ने इस शख्स को गिरफ्तार कर लिया। जांच में खुलासा हुआ कि इस गैंग का मास्टर माइंड नवल नगर में संचालित बांके बिहारी हॉस्पिटल के डाक्टर दंपत्ति हैं। पुलिस ने डॉक्टर दंपति डॉक्टर प्रेम बिहारी पुत्र व उनकी पत्नी डॉक्टर दयावती को हिरासत में ले लिया।

आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस फिरोजाबाद में थाना दक्षिण क्षेत्र के बूरे वाली गली गंज चौराहे पर नगर निगम की वार्ड नंबर 51 की पार्षद विनीता अग्रवाल के घर पहुंची जहां से पुलिस ने बच्चे को बरामद कर लिया। बीजेपी पार्षद ने इस बच्चे को 1.80 लाख रुपए में खरीदा था। पुलिस पार्षद विनीता अग्रवाल और उसके पति कृष्ण मुरारी अग्रवाल और परिवार के अन्य सदस्यों को अपने साथ मथुरा ले आई है।

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बांके बिहारी हॉस्पीटल हाथरस के संचालक डाॅक्टर दंपति ने पुलिस पूछताछ में बताया कि गैंग के लोग अपने भौतिक एवं आर्थिक लाभ के लिये मानव तस्करी, बच्चा चोरी करने से लेकर बेचने तक का एक गिरोह चलाते हैं। जिसमें गैंग के कुछ लोग बच्चे चोरी करते हैं तथा कुछ लोग निसंतान दम्पत्ति, बच्चा चाहने वाले ग्राहकों को लाते हैं। जिनसे हम लोग मोटी रकम पर सौदा कर चोरी किये हुए बच्चों को बेच देते हैं। गैंग के लोग मुख्यतः लावारिस बच्चों को  चोरी करके बेचा करते हैं जब कोई लावारिस बच्चा नहीं मिलता है तो रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड आदि स्थानों पर छोटे बच्चों की रैकी कर, बच्चे के माता पिता से नजर बचाकर बच्चे की चोरी कर लेते हैं।