कांग्रेस कार्य समिति का गठन, MP से दिग्विजय सिंह और कमलेश्वर पटेल को मिली जगह

39 सदस्यीय इस कमेटी में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, शशि थरूर, सचिन पायलट समेत तमाम दिग्गजों को शामिल किया गया है।

Updated: Aug 20, 2023, 05:32 PM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस कार्यसमिति का गठन कर दिया है। 39 सदस्यीय इस कमेटी में राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी समेत कई नेताओं के नाम शामिल हैं। मध्य प्रदेश से वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के अलावा विधायक कमलेश्वर पटेल को भी कार्यसमिति में शामिल किया गया है। वहीं, मीनाक्षी नटराजन को परमानेंट इनवाइटी के तौर पर शामिल किया गया है।

CWC में कुल 84 नेताओं नाम हैं। इनमें 39 CWC मेंबर हैं, 10 स्थायी आमंत्रित, 14 इंचार्ज, 9 विशेष आमंत्रित और फ्रंटल संगठनों ने प्रमुख के नाम शामिल हैं। 39 सीडब्ल्यूसी सदस्यों में अधीर रंजन चौधरी, मीरा कुमार, अंबिका सोनी, पी चिदंबरम, मुकुल वासनिक, आनंद शर्मा, शशि थरूर, अभिषेक मनु सिंघवी, सलमान खुर्शीद, जयराम रमेश, सचिन पायलट, शशि थरूर, रणदीप सुरजेवाला, केसी वेणुगोपाल जैसे दिग्गजों को जगह मिली है। 

स्थायी आमंत्रित सदस्यों में विरप्पा मोइली, हरीश रावत, पवन कुमार बंसल, मनीष तिवारी, दीपेंद्र हुड्डा शामिल हैं। वहीं, भक्त चरण दास, राजीव शुक्ला, गुरदीप सिंह सप्पल, कन्हैया कुमार जैसे चर्चित चेहरों को इंचार्ज नियुक्त किया गया है। गुरदीप सप्पल और कन्हैया कुमार को पहली बार सीडब्ल्यूसी में शामिल किया गया है। पवन खेड़ा, सुप्रिया श्रीनेत, अलका लांबा जैसे नेता विशेष आमंत्रित सदस्यों में शामिल हैं। इस सीडब्ल्यूसी में 50 साल से कम उम्र में नेताओं को 50 फीसदी फॉर्मूले को विशेष रूप से ध्यान में रखा गया है।

सचिन पायलट, के पटेल और गौरव गोगोई जैसे नेताओं को 50 फीसदी फॉर्मूले के तहत जगह मिली है। सुप्रिया श्रीनेत, अलका लांबा, दीपेंद्र हुडा, प्रिनीति शिंदे, यशोमति ठाकुर, जोथिमनी और अन्य को भी इसी फॉर्मूले के तहत शामिल किया गया है। बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में पार्टी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 23 सदस्यीय CWC को भंग कर दिया था और उसकी जगह एक 47 सदस्यीय संचालन समिति का गठन किया था। 

कांग्रेस पार्टी में वर्किंग कमेटी यानी सीडब्ल्यूसी शीर्ष नीति निर्धारक इकाई है। इसका गठन दिसंबर 1920 में कांग्रेस के नागपुर सेशन के दौरान किया गया था। इसकी अध्यक्षता सी विजयराघवाचार्य ने की थी। पार्टी के संविधान के नियमों की व्याख्या और लागू करने का अंतिम अधिकार CWC के पास ही है।