लोकसभा में अपना नेता बदल सकती है कांग्रेस, शशि थरूर और मनीष तिवारी हैं प्रबल दावेदार
इस समय अधीर रंजन चौधरी लोकसभा में कांग्रेस के नेता हैं, चौधरी पश्चिम बंगाल के कांग्रेस अध्यक्ष भी हैं, लिहाज़ा लोकसभा में कांग्रेस पार्टी अधीर की जगह किसी और को अपना नेता बना सकती है

नई दिल्ली। संसद के मॉनसून सत्र से पहले कांग्रेस लोकसभा का अपना नेता बदल सकती है। इसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को पार्लियामेंट्री स्ट्रेटजी ग्रुप की बैठक बुलाई है। बैठक में कांग्रेस नए नेता पर विचार करने के साथ साथ आगामी सत्र में सरकार को घेरने की तैयारी पर भी चर्चा कर सकती है।
वर्तमान में अधीर रंजन चौधरी लोकसभा में कांग्रेस के नेता हैं। अधीर रंजन चौधरी की जगह कांग्रेस आलाकमान शशि थरूर या मनीष तिवारी को यह जिम्मेदारी सौंप सकती है। शशि थरूर और मनीष तिवारी वही नाम हैं जिन्होंने पिछले वर्ष कांग्रेस नेतृत्व में फेरबदल के लिए सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी। नेतृत्व में फेरबदल करने की मांग करते हर कुल 23 नेताओं ने चिट्ठी लिखी थी।
दूसरी तरफ अधीर रंजन चौधरी को लोकसभा के नेता के पद से हटाए जाने को लेकर मीडिया में दो तरह की थ्योरी सामने आ रही हैं। पहली ये कि कांग्रेस अधीर रंजन चौधरी को पश्चिम बंगाल कांग्रेस का अध्यक्ष बना चुकी है। तो वहीं दूसरी वजह यह माना जा रही है कि कांग्रेस संसद के मॉनसून सत्र में सदन के सभी दलों को एक साथ लेकर बीजेपी को घेरना चाहती है। इन दलों में टीएमसी भी शामिल है। लेकिन टीएमसी और अधीर रंजन चौधरी के बीच 36 का आंकड़ा है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले भी कांग्रेस और टीएमसी के बीच गठबंधन के कयास लगाए जा रहे थे। लेकिन कांग्रेस और टीएमसी का गठबंधन न हो पाने की बड़ी वजह अधीर रंजन चौधरी को ही माना गया।