कोरोना का खतरा बरकरार, स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया आज करेंगे हाई लेवल मीटिंग, राज्य सरकारें भी अलर्ट

स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कोरोना वायरस के नये स्वरूप पर नजर रखने के लिए पॉजिटिव सैम्पल्स की जीनोम सीक्वेंसिंग करने का निर्देश दिया है।

Updated: Dec 21, 2022, 03:58 AM IST

नई दिल्ली। चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राजील और अमेरिका जैसे देशों में कोरोना वायरस के मामलों में हालिया दिनों में बढ़ोतरी ने दुनियाभर की चिंता बढ़ा दी है। भारत में भी खतरे की घंटी बजने लगी है। केंद्र सरकार भी अलर्ट मोड में आ गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया आज कोरोना को लेकर एक हाई लेवल मीटिंग भी करने वाले हैं।

उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि कोरोना के सभी पॉजिटिव केस के सैम्पल्स जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजें, ताकि कोरोना के वैरिएंट का पता लगाया जा सके। हालांकि, भारत में अभी केस नहीं बढ़ रहे हैं। भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक 20 दिसंबर को सुबह 8 बजे तक की स्थिति में देश में कुल 3 हजार 490 एक्टिव केस थे, जो मार्च 2020 के बाद सबसे कम हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने 19 दिसंबर को संसद में बताया था कि भारत में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 220 करोड़ को पार कर चुका है। यह संख्या कोरोना की सभी उपलब्ध वैक्सीन की पहली, दूसरी और प्रिकॉशन डोज को मिलाकर है। हालांकि, इस सब के बावजूद भी कोरोना को लेकर चिंता बरकरार है, क्योंकि विकसित देशों में भी वायरस में एक बार फिर से कहर बरपाना शुरू कर दिया है।

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चीन में तो हालात इतने गंभीर हैं कि अस्पतालों के बाहर लंबी लाइन लग रही है, मरीजों को बेड नहीं मिल रहे हैं। दवाएं भी नहीं हैं, जहां हैं भी वहां लंबी लाइन लगानी पड़ रही है। श्मशान में भी शवों की लाइन लगी हुई है। बीजिंग में श्मशानों में 24 घंटे अंतिम संस्कार किए जा रहे हैं। हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि अंतिम संस्कार के लिए वेटिंग 2000 तक पहुंच गई।