भारतीय सेना ने चीन को पीछे जाने पर मजबूर किया, तवांग झड़प पर संसद में बोले रक्षामंत्री

लोकसभा में राजनाथ सिंह ने कहा कि चीन ने एलएसी की स्थिति को बदलने की कोशिश की, जिसका भारतीय जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया।

Updated: Dec 13, 2022, 01:48 PM IST

नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारत और चीन कै सैनिकों के बीच झड़प का मसला आज संसद में भी गूंजा और विपक्ष ने चर्चा की मांग को लेकर हंगामा किया। इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग झड़प को लेकर लोकसभा में बयान दिया। इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि चीन ने एलएसी की स्थिति को बदलने की कोशिश की, जिसका भारतीय जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया।

राजनाथ ने कहा- 9 दिसंबर 2022 को PLA ट्रूप्स ने तवांग में LAC का उल्लंघन कर नियम तोड़े थे। भारतीय सेना ने PLA को अतिक्रमण से रोका। उन्हें उनकी पोस्ट पर जाने के लिए मजबूर कर दिया। रक्षा मंत्री ने कहा कि इस घटना में दोनों ओर के कुछ सैनिकों को चोटें भी आई हैं। हमारे किसी भी सैनिक की न तो मृत्यु हुई है और न कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है। समय से हमने हस्तक्षेप किया। इसकी वजह से चीनी सैनिक वापस चले गए। इसके बाद लोकल कमांडर ने 11 दिसंबर को चाइनीज काउंटर पार्ट के साथ व्यवस्था के तहत फ्लैग मीटिंग की।

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रक्षा मंत्री के बयान के बाद संसद में एक बार फिर हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि चीन से निपटने के लिए सरकार की किस तरह की तैयारियां कर रही है। ये जानने का हमें अधिकार है। लोकसभा में विपक्ष PM के जवाब की मांग पर अड़ा। 

उधर, राज्यसभा में विपक्ष के सांसद लगातार नारेबाजी कर रहे हैं। यहां कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में तवांग झड़प का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि चीन ने तवांग में हमारी सीमा में घुसपैठ की। यह बेहद गंभीर मामला है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला, नासिर हुसैन, शक्तिसिंह गोहिल, रंजीत राजन और आप सांसद राघव चड्डा ने भी इस मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस दे दिया है।