कई तरह की छूट के साथ आएगा लॉकडाउन 4.0

Publish: May 12, 2020, 09:16 PM IST

कोरोना संकट से निपटने के लिए देश में लॉकडाउन 4.0 लागू करने पर मोटे तौर पर सहमति बन गई है। राज्‍य तय करेंगे कि लॉकडाउन 4.0 कैसा होगा तथा इसमें किन चीजों पर छूट दी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि लॉकडाउन 4.0 के लिए राज्‍य अपनी राय देंगे और उसी के अनुसार लॉकडाउन लागू किया जाएगा। लॉकडाउन का अगला चरण 18 मई से लागू होगा। यह चरण दूसरे स्वरूप में होगा।

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यह सहमति सोमवार को मुख्यमंत्रियों के साथ हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वीडियो कांफ्रेंसिंग में बनी। इस चर्चा में प्रधानमंत्री मोदी ने ‘जन से जग’ का नारा दिया जिसका अर्थ है कि लॉकडाउन 4.0 में सरकार का जोर आर्थिक गतिविधियां शुरू करने पर होगा। प्रवासी श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचाने का जिक्र करते हुए मोदी ने ज्यों से कहा कि संक्रमण गांवों तक न पहुंचने दें। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्री-कोरोना दुनिया से पोस्ट-कोरोना दुनिया बदल चुकी होगी। हमें उसके अनुरूप एक नई जीवनशैली अपनानी होगी तथा उसके अनुरूप कार्य करना होगा। हम अब इंतजार नहीं कर सकते। राज्यों को इस दिशा में नेतृत्व करना होगा।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों से एक विस्तृत योजना मांगी है कि वे राज्य में लॉकडाउन से कैसे निपटेंगे। राज्य एक ब्लू प्रिंट बनाएंगे जिसमें लॉकडाउन और उसमें छूट दिए जाने की योजना का उल्‍लेख होगा। इसी के आधार पर लॉकडाउन 4.0 लागू किया जाएगा।

इस चर्चा में मुख्‍यमंत्रियों ने अपनी-अपनी बात रखी। मध्‍यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुझाव दिया कि प्रदेश में कोरोना के संक्रमण को प्रभावी ढंग से रोकने तथा अर्थव्यवस्था को दोबारा खड़े करने के उद्देश्य से चौथे लॉकडाउन का स्वरूप मिला-जुला हो। संक्रमित क्षेत्र में पूरी सख्ती बरती जाये, वहीं अन्य क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को सुचारू करने के उद्देश्य से छूट दी जायें। रात्रिकालीन कर्फ्यू शाम 7 बजे से सबेरे 7 बजे तक यथावत रहे। धीरे-धीरे पब्लिक ट्रांसपोर्ट नियंत्रित रूप से प्रारंभ किए जाएं। सभी प्रकार के उत्सव प्रतिबंधित हों।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लॉकडाउन को मई तक बढ़ाने का सुझाव दिया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र को महामारी के समय राजनीति नहीं करनी चाहिए। सभी राज्यों को समान महत्व दिया जाना चाहिए और हमें टीम इंडिया के रूप में मिलकर काम करना चाहिए।