डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित करने के बावजूद जीवित निकला शव, परिजनों ने मचाया अस्पताल में हंगामा

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद का मामला, डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित करने के बाद एक व्यक्ति को अस्पताल की मोर्चरी में सात घंटों तक रखा गया, लेकिन पुलिस और मृतक के परिजन पोस्टमार्टम के दौरान शव के पास पहुंचे, तब शव की दिल के धड़कनों को चलता देख दंग रह गए

Updated: Nov 22, 2021, 03:36 AM IST

Photo Courtesy: NDTV
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मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित करने के बावजूद एक युवक जिंदा पाया गया। उसे रात भर अस्पताल की मोर्चरी के फ्रीज़र में रखा गया, लेकिन सुबह तक उसकी सांसों को चलता देख अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही सामने आ गई। 

मुरादाबाद के रहने वाले 45 वर्षीय श्रीकेश गुरुवार को सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए। श्रीकेश के परिजनों ने उसे बचाने के लिए तीन अस्पतालों का चक्कर लगाया। लेकिन मुरादाबाद जिला अस्पताल में पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। श्रीकेश के शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया। 

लेकिन सुबह सुबह जब पुलिस शव का पोस्ट मार्टम करने पहुंची, तब इस दौरान परिजनों ने पाया कि अब तक श्रीकेश की सांसें चल रही हैं। श्रीलेश की सांसें चलता देख पुलिस भी दंग रह गई। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगा कर हंगामा खड़ा कर दिया। इसके बाद श्रीकेश को दोबारा इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया।  

परिजनों के मुताबिक जिला अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात मनोज यादव ने श्रीकेश को बिना हाथ लगाए ही मृत घोषित कर दिया था। आरोप के मुताबिक मनोज यादव ने परिजनों को बताया श्रीकेश की धड़कनें थम गई हैं, इसके बाद उसे मृत बताकर मोर्चरी में रखवा दिया गया।