वायनाड पहुंचे राहुल गांधी, हाथियों के हमले में मारे गए लोगों के परिजनों से की मुलाकात

वायनाड में मानव-पशु संघर्ष के स्थायी समाधान की मांग को लेकर लोग हड़ताल कर रहे थे और यह विरोध उग्र होता जा रहा था, ऐसे में राहुल गांधी को यात्रा छोड़ वायनाड जाना पड़ा।

Updated: Feb 18, 2024, 02:34 PM IST

वायनाड। कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र का दौरा किया और हाल ही में जंगली हाथियों के हमले के दो पीड़ितों के घर जाकर संवेदना व्यक्त की। राहुल गांधी अपने निर्वाचन क्षेत्र में मानव-पशु संघर्ष के समाधान की मांग कर रहे स्थानीय लोगों के उग्र होते विरोध के मद्देनजर वाराणसी में अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा को अचानक रोकने के बाद शनिवार रात पड़ोसी कन्नूर जिले में पहुंचे।

राहुल गांधी यहां 42 वर्षीय अजी के घर पर 20 मिनट से अधिक समय तक रुके। अजी को पिछले हफ्ते वायनाड जिले के मननथावाड़ी इलाके में एक रेडियो कॉलर लगे हाथी ने कुचलकर मार डाला था, जिसके बाद बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था। अजी के परिजनों से मुलाकात के बाद वह वन विभाग के इको-टूरिज्म गाइड पॉल के आवास पर गए और वहां कुछ समय बिताया। इको-टूरिज्म गाइड पॉल को शक्रवार को कुरुवा द्वीप के पास एक जंगली हाथी ने मार डाला था।

बता दें कि वायनाड में मानव-पशु संघर्ष के स्थायी समाधान की मांग को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है। यहां उग्र होते विरोध के मद्देनजर वाराणसी में अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा को अचानक रोकने के बाद राहुल गांधी शनिवार रात पड़ोसी कन्नूर जिले में पहुंचे थे। कन्नूर से वह सड़क मार्ग से वायनाड के लिए रवाना हुए, इस दौरान उनके साथ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) महासचिव के.सी. वेणुगोपाल और अन्य स्थानीय नेता भी थे।

इससे पहले यहां विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा बुलाई गई हड़ताल के दौरान हुई हिंसा के संबंध में तीन मामले दर्ज किए गए हैं। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि पिछले दो महीने में यहां 5-6 लोगों की मौत मानव हाथी संघर्ष में हो चुकी है। इसे लेकर वायनाड के लोग आक्रोशित थे। सांसद होने के नाते राहुल गांधी को तत्काल वहां जाना पड़ा।