परिक्षाओं में नकल का जरिया बना ChatGPT, तेलंगाना से सामने आया हैरान करने वाला मामला

चैटजीपीटी को लेकर नया अपडेट आपको चौंकने पर मजबूर कर सकता है। भारत में चैट जीपीटी का इस्तेमाल एग्जाम में चीटिंग करने के लिए किया जाने लगा है।

Updated: May 30, 2023, 05:13 PM IST

Chat GPT मौजूदा समय में टेक्नोलॉजी वर्ल्ड में होने वाला एक बड़ा बदलाव है, जिसमें ढेरों पॉसिबिलिटीज हैं। अभी तक लोग सिर्फ इसके सकारात्मक पक्ष ही देख रहे थे, लेकिन अब धीरे-धीरे इसकी कई परतें खुलें लगी है। भारत में चैटजीपीटी के दुरुपयोग का पहला मामला सामने आया है। यहां चैट जीपीटी का इस्तेमाल सिविल सर्विस परिक्षाओं में नकल के लिए किया जा रहा था।

मामला तेलंगाना का है। रिपोर्ट्स के मुताबिक तेलंगाना स्टेट पब्लिक सर्विस कमिशन की स्पेशल इन्वेस्टिगेटिंग टीम ने चैटजीपीटी के जरिए की गई इस चीटिंग को पकड़ा है। टीम ने पाया कि आसंर सीट में बहुत से सवालों के जवाब पॉपुलर जनरेटिव एआई मॉडल चैटजीपीटी की मदद से लिखे गए थे। यह खुलासा एसआईटी अधिकारियों द्वारा तेलंगाना स्टेट नॉर्दर्न पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के एक डिवीजनल इंजीनियर से पूछताछ के बाद किया गया।

जानकारी के मुताबिक पुलिस ने तेलंगाना स्टेट नॉर्थ पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के डिवीजनल इंजीनियर पूला रमेश पेपर लीक के मामले में गिरफ्तार किया था। पुलिस ने न्याय कि रमेश को परीक्षा के तीन पेपर मिल गए थे। इनमें से दो पेपर्स को सॉल्व करने के लिए उसने चैट जीपीटी का इस्तेमाल किया। केस की जांच कर रहे उच्च स्तर के अधिकारियों ने कहा कि रमेश ने इसके बाद परीक्षा में बैठ रहे 7 कैंडिडेट्स को नकल कराने का डीटेल प्लान बनाया। ये परीक्षाएं 22 जनवरी और 26 फरवरी को हुई थीं। इसके लिए उसने सातों के कान में माइक्रो इयर पीस डलवाए और उनको उत्तर बता दिया।

शुरुआती जानकारी के मुताबिक एग्जाम सेंटर के प्रिंसिपल ने परीक्षा शुरू होने के 10 मिनट पहले पेपर्स के फोटो लेकर रमेश को भेजे थे। रमेश ने पेपर सॉल्व करने की पहले से ही तैयारी कर ली थी। वह पेपर्स के इंतजार में अपने चार साथियों के साथ बैठा था और उसने पेपर मिलते ही ChatGPT की मदद से उसे सॉल्व किया और सातों परीक्षार्थियों तक सही उत्तर पहुंचा दिए। अभ्यर्थियों से उसने पेपर में चीटिंग कराने के लिए 40-40 लाख रुपए लिए थे। चैट जीपीटी के दुरुपयोग के मामले में देश में यह पहली गिरफ्तारी है।