Twitter Apologizes: लेह को चीन में बताने पर भारत की सख्ती के बाद ट्विटर ने माफी मांगी
संसदीय समिति के सामने ट्विटर के अधिकारियों ने माफी मांगी, लेकिन समिति ने उसे लिखित माफ़ी के साथ एफिडेटिवट देने की भी बात कही

दिल्ली। ट्विटर ने अपने लाइव प्रसारण में लेह को चीन का हिस्सा दिखाने के लिए माफी मांग ली है। ट्विटर ने आज डेटा प्रॉटेक्शन बिल की समीक्षा के लिए बनी संयुक्त संसदीय समिति के सामने मौखिक तौर पर माफ़ी मांगी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार समिति ने इस मुद्दे पर ट्विटर से नाराजगी जताई थी जिस पर ट्विटर के अधिकारियों ने माफ़ी मांगी है। समिति ने उनसे लिखित में माफी मांगने के साथ ही एफिडेविट जमा करने को भी कहा है।
Twitter tenders verbal apology before joint parliamentary committee on personal data protection over location tag in a live broadcast showing Leh & J&K as part of China. Panel showed strong displeasure over it & asked Twitter to tender written apology & submit an affidavit. pic.twitter.com/ADnR3OxE34
— ANI (@ANI) October 29, 2020
संयुक्त संसदीय समिति की प्रमुख मीनाक्षी लेखी ने हिन्दुस्तान टाइम्स अखबार से कहा कि लेह को चीन का हिस्सा दिखाना राजद्रोह माना जाएगा। इसके लिए 7 साल तक की सजा का प्रावधान है। समिति ने इस मुद्दे को उठाने में सर्वसम्मति जताई और अपनी सख्त नाराजगी जाहिर की थी।
गौरतलब है कि पिछले दिनों एक पत्रकार ने लेह स्थित वॉर मेमोरियल से ट्विटर पर लाइव ब्रॉडकास्ट किया तो उसकी लोकेशन पर रिपब्लिक ऑफ चाइना दिखा रहा था। जिसके बाद मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रोनिक्स एंड इंफ्रॉर्मेशन टेक्नॉलजी के सचिव ने इसे लेकर ट्विटर के सीईओ जैक डोर्जी को पत्र लिखकर सरकार की ओर से नाराजगी जाहिर की थी।
अपने पत्र में सचिव अजय साहनी ने लिखा था कि ट्विटर को भारतीय नागरिकों की संवेदनाओं का सम्मान करना चाहिए। साथ ही ट्विटर को चेतावनी देते हुए कहा था कि यह घटना देश की सम्प्रभुता और सम्मान को ठेस पहुंचती है। जो भी मानचित्र में दिखाया गया था वह पूरी तरह से अस्वीकार्य है और यह गैरकानूनी भी है। इसके साथ ही ट्विटर का एक मीडियम के रूप में इस घटना से उसकी तठस्थता और निष्पक्षता पर सवाल उठाते है।