भारत के 49वें चीफ जस्टिस बने यूयू ललित, देश के दूसरे ऐसे CJI जो सीधे वकील से SC का जज बने

जस्टिस उदय उमेश ललित ने शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति में राष्ट्रपति भवन में भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली, जस्टिस एनवी रमण का सीजेआई के रूप में कार्यकाल 26 अगस्त को समाप्त हो गया था।

Updated: Aug 27, 2022, 06:52 AM IST

नई दिल्ली। जस्टिस उदय उमेश ललित ने शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति में राष्ट्रपति भवन में भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। वह भारत के 49वें प्रधान न्यायाधीश हैं। जस्टिस एनवी रमण का सीजेआई के रूप में कार्यकाल 26 अगस्त को समाप्त हो गया था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जस्टिस ललित को सीजेआई पद की शपथ दिलाई। राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ समेत अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।

देश के 49वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में जस्टिस यूयू ललित सिर्फ 74 दिन के लिए सर्वोच्च अदालत की कमान संभालेंगे। सीजेआई के रूप में जस्टिस यूयू ललित सुप्रीम कोर्ट की उस कॉलेजियम का नेतृत्व करेंगे, जिसमें जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस हिमा कौल, जस्टिस एस अब्दुल नजीर और जस्टिस इंदिरा बनर्जी शामिल होंगी। जस्टिस बनर्जी के 23 सितंबर को रिटायर होने के साथ ही जस्टिस केएम जोसेफ कॉलेजियम में प्रवेश करेंगे। जस्टिस यूयू ललित 8 नवंबर को सीजेआई के रूप में रिटायर होंगे।

बता दें कि 102 साल से ललित परिवार वकालत के पेशे में है। जस्टिस उदय उमेश ललित के दादा महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में वकालत करते थे। उनके पिता उमेश रंगनाथ ललित जो अब 90 साल के हो चुके है वो नामी वकील रहे हैं, जो बॉम्बे हाईकोर्ट में जज रह चुके हैं। जस्टिस उदय उमेश ललित की पत्नी अमिता ललित शिक्षाविद हैं जो नोएडा में बच्चों का स्कूल चलाती हैं।

जस्टिस ललित के दो बेटे हैं श्रीयस और हर्षद. श्रीयस पेशे से वकील बन गए हैं, जो IIT गुवाहाटी से मैकेनिकल इंजीनियर हैं और उनकी पत्नी रवीना भी वकील हैं। जबकि हर्षद वकालत में नहीं हैं और वो अपनी पत्नी राधिका के साथ अमेरिका में रहते हैं। हर्षद इस कार्यक्रम के लिए अपनी पत्नी के साथ अमेरिका से दिल्ली आए हैं।

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जस्टिस यूयू ललित को साल 2014 में वकील से सीधे सुप्रीम कोर्ट जज बनाया गया। वो अभी तक के इतिहास में दूसरे ऐसे CJI हैं, जो सीधे वकील से सुप्रीम कोर्ट जज बने थे। वे देश के टॉप क्रिमिनल वकीलों में शुमार थे। पूर्व सीजेआई रमना के उलट जस्टिस ललित अदालत से बाहर सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी बेहद कम टिप्पणियां करते हैं। यहां तक की अदालत में भी उनकी गिनी चुनी टिप्पणियां ही चर्चा में आई हैं।