Lockdown 4.0 से परेशान गरीबों के हक में कांग्रेस का Speak Up India

Modi Government 2.0 से कांग्रेस की मांग हर गरीब परिवार को अगले 6 महीनों तक हर माह 7500 रुपए की आर्थिक मदद दी जाए ।

Publish: May 29, 2020, 05:56 AM IST

लॉकडाउन 4.0 के बीच कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को देशभर में Speak Up India अभियान चलाया। इस अभियान से जुड़कर विभिन्न राज्यों के करीब 50 लाख कार्यकर्ताओं ने एक साथ केंद्र सरकार पर हमला बोला है। कोरोना से निपटने में केंद्र सरकार की असफलता को लेकर आयोजित इस अभियान की शुरुआत पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किया। इस अभियान के तहत राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत अन्य कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने बुधवार को दिन 11 से 2 बजे के बीच बातें रखी।

स्पीक अप इंडिया अभियान के दौरान सोनिया गांधी ने वीडियो मैसेज के माध्यम से केंद्र सरकार को असंवेदनशील बताया। उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूरों का डर, उनकी सिसकी, उनकी पीड़ा देश में सबने सुनी पर शायद मोदी सरकार ने नहीं सुनी। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा, 'हर गरीब परिवार को अगले 6 महीनों तक हर माह 7500 रुपए की आर्थिक मदद दी जाए इसके साथ ही इस संकट के निपटने के लिए तत्काल उनके खाते में 10 हजार रुपए भेजा जाए। केंद्र सरकार प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित उनके घर भेजने की व्यवस्थाएं करे और मनरेगा के तहत उन्हें काम देकर 200 रुपए मानदेय दे।

वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने इस अभियान से जुड़कर वीडियो मैसेज साझा करते हुए केंद्र सरकार से एमएसएमई के लिए सुविधा प्रदान करने का अपील किया। राहुल ने सरकार से मनरेगा की कार्य अवधी बढ़ाने की भी मांग की है वहीं सरकार को सभी के लिए सरकारी खजाना खोलने की मांग भी की है।

इस अभियान से जुड़कर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने वीडियो जारी कर कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को देख आज भारतमाता रो रही है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी मौन हैं। उन्होंने कोरोना मुद्दे पर केंद्र सरकार को असफल बताया और कहा कि कांग्रेस पार्टी ने उत्तरप्रदेश में 90 लाख प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने का काम किया है।

कांग्रेस पार्टी के इस अभियान में कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों ने भी शामिल होकर वीडियो मैसेज जारी किए। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार को लॉकडाउन पूरा करने में असफल बताया तो पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण से निपटने में केंद्र सरकार की नीतियों को अदूरदर्शी बताया।

इस अभियान से जुड़कर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि देशभर के प्रवासी मजदूर परेशान थे, पैदल चलने को मजबूर थे, कई लोगों की जानें भी गयी परंतु इसके बाद भी केंद्र और राज्य सरकारों ने उनकी मदद नहीं कि और यहां तक कि उनसे खुलेआम रेल और बसों का किराए भी वसूले गए।