IND VS SA: 15 साल बाद घरेलू मैदान पर साउथ अफ्रीका से हारा भारत, 124 रन चेज नहीं कर सकी टीम
कोलकाता टेस्ट में भारत को साउथ अफ्रीका ने 30 रन से हराया। यह 15 साल बाद पहला मौका है जब टीम इंडिया घरेलू मैदान पर प्रोटियाज के खिलाफ टेस्ट हारी है। 124 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय बल्लेबाजी दूसरी पारी में सिर्फ 93 पर सिमट गई।
कोलकाता। भारत को ईडन गार्डन्स में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 30 रन से हार झेलनी पड़ी। यह घरेलू जमीन पर 15 साल में पहली बार हुआ है जब भारतीय टीम अफ्रीकी टीम से टेस्ट मैच हारी हो। भारत को पिछली हार साल 2010 में नागपुर में ग्रीम स्मिथ की कप्तानी वाली टीम के हाथों मिली थी।
रविवार को 124 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम लड़खड़ा गई और 9 विकेट पर सिर्फ 93 रन पर सिमट गई। कप्तान शुभमन गिल बैटिंग करने नहीं आए क्योंकि एक दिन पहले उन्हें गर्दन में तेज ऐंठन के कारण रिटायर होना पड़ा था। वॉशिंगटन सुंदर ने 31 रन बनाकर टीम के लिए सर्वाधिक स्कोर किया लेकिन बाकी बल्लेबाज टिक नहीं सके। साउथ अफ्रीका के स्पिनर साइमन हार्मर पूरे मैच के असली सितारे रहे और 8 विकेट लेकर प्लेयर ऑफ द मैच बने। अफ्रीकी कप्तान टेम्बा बावुमा ने मैच की एकमात्र फिफ्टी लगाई और दूसरी पारी में नाबाद 55 रन बनाए।
इससे पहले साउथ अफ्रीका दूसरी पारी में 153 पर ऑलआउट हुई थी। उन्होंने टॉस जीतकर पहली पारी में 159 रन बनाए थे। जिसके जवाब में भारत ने 189 रन बनाए थे। छोटी बढ़त के बावजूद भारत दूसरी पारी में बढ़त को भुना नहीं पाया और अफ्रीकी गेंदबाजों ने मैच अपने नाम कर लिया।
भारतीय टीम की हार की बड़ी वजह उसकी दूसरी पारी में पूरी तरह बिखर चुकी बल्लेबाजी रही। शुरुआत से ही विकेट गिरते चले गए। यशस्वी जायसवाल बिना खाता खोले आउट हो गए और टीम का दूसरा विकेट भी स्कोरबोर्ड पर सिर्फ 1 रन पर गिर गया था जब केएल राहुल भी 1 रन बनाकर लौट गए थे। वॉशिंगटन सुंदर और ध्रुव जुरेल ने सबसे बड़ी 32 रन की साझेदारी कर पारी संभालने की कोशिश तो की लेकिन हार्मर ने जुरेल को आउट कर यह साझेदारी तोड़ी और भारतीय मिडिल ऑर्डर पर दबाव और बढ़ गया। इसके बाद कोई भी बल्लेबाज क्रीज पर टिक नहीं पाया। अफ्रीकी गेंदबाज लगातार सही लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी करते रहे और भारतीय बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया।
हार का दूसरा कारण साइमन हार्मर की घातक गेंदबाजी रही। उन्होंने पहली पारी में जुरेल, सुंदर, जडेजा और अक्षर पटेल को आउट किया था। वहीं, दूसरी पारी में उन्होंने जुरेल, ऋषभ पंत, जडेजा और कुलदीप यादव के विकेट लेकर भारत की बल्लेबाजी की रीढ़ तोड़ दी थी। उनके स्पेल ने भारतीय टीम को लगातार दबाव में रखा और मैच का रुख पूरी तरह साउथ अफ्रीका के पक्ष में मोड़ दिया।




