Manipur IPS : ड्रग्स तस्कर को छोड़ने के लिए CM ने दबाव बनाया
Thonaujam Brinda : नारकोटिक्स विभाग में तैनात पुलिस अधिकारी थौनाओजम बृंदा ने डीजीपी और मुख्यमंत्री पर आरोप

मणिपुर नारकोटिक्स विभाग में तैनात पुलिस अधिकारी थौनाओजम बृंदा ने राज्य के मुख्यमंत्री बिरेन सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बृंदा ने राज्य के मुख्यमंत्री बिरेन सिंह पर एक ड्रग तस्कर को छोड़ने के लिए दबाव बनाए जाने का आरोप लगाया है। 13 जुलाई को महिला पुलिस अधिकारी ने मणिपुर हाई कोर्ट में हलफनामा दायर कर बताया है कि उसके ऊपर गिरफ्तार किए गए ड्रग तस्कर को छोड़ने का दबाव बनाया गया। बृंदा ने दबाव बनाने वाले लोगों में राज्य के डीजीपी और मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया है।
क्या है मामला?
दरअसल नारकोटिक्स विभाग में तैनात बृंदा ने 19 जून 2018 को राज्य के ड्रग माफिया के बहुत बड़े सरगना लुहखोसई जोउ को अपनी गिरफ्त में लिया था। बृंदा ने ड्रग माफिया को 28 करोड़ के ड्रग और नकदी के साथ पकड़ा था। लेकिन ड्रग तस्कर को मणिपुर की निचली अदालत ने हाल ही में अंतरिम ज़मानत की मंज़ूरी दे दी।अदालत के इस फैसले का विरोध करते हुए बृंदा ने फेसबुक पर फैसले की आलोचना की थी। बृंदा की यह प्रतिक्रिया अदालत को नागवार गुज़री और अदालत ने बृंदा को अदालत की अवमानना का नोटिस थमा दिया।
लेकिन बृंदा भी कहाँ चुप बैठने वाली थी। जांबाज़ और बेखौफ बृंदा ने मणिपुर हाई कोर्ट का रुख कर लिया। बृंदा ने हाई कोर्ट में दायर कई चौंकाने वाले खुलासे करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री बिरेन सिंह पर गंभीर आरोप लगा दिए। बृंदा का कहना है कि राज्य की बीजेपी सरकार के मुखिया बिरेन सिंह और राज्य के डीजीपी एलएम खौटे ने उनके ऊपर गिरफ्तार किए गए ड्रग तस्कर को छोड़ने का दबाव बनाया।
मुख्यमंत्री का करीबी है ड्रग तस्कर ?
ऐसी चर्चा है कि बृंदा ने जिस तस्कर को अपनी गिरफ्त में लिया था,वह राज्य के मुख्यमंत्री बिरेन सिंह और उनकी पत्नी का बेहद करीबी है। हालांकि इस पूरे मामले पर राज्य के मुख्यमंत्री बिरेन सिंह ने चुप्पी साध रखी है। मुख्यमंत्री का कहना है कि अदालत में मामला विचाराधीन रहने तक कोई टिपण्णी करना उचित नहीं है। तो वहीं बृंदा की पोस्टिंग अब किसी और महकमे में कर दी गई है।