झारखंड सियासी संकट: हॉर्स ट्रेडिंग की आंशका के बीच रायपुर पहुंचे सत्तापक्ष के विधायक, मेफेयर रिसॉर्ट छावनी में तब्दील

झारखंड सीएम हेमंत सोरेन ने सत्तापक्ष के अधिकांश विधायकों को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर भेज दिया है, मंगलवार शाम वे सभी इंडिगो की फ्लाइट से रायपुर पहुंचे, यहां मेफेयर रिसॉर्ट में उनके रुकने का प्रबंध किया गया है

Updated: Aug 30, 2022, 01:26 PM IST

रायपुर। झारखंड के सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झामुमो और कांग्रेस के 31 विधायकों को कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर शिफ्ट कर दिया है। मंगलवार शाम करीब 6 बजे सभी विधायक इंडिगो एयरलाइन की विमान से रायपुर पहुंचे।

झारखंड के सत्तापक्ष के विधायकों को छत्तीसगढ़ पुलिस की सुरक्षा में एयरपोर्ट से सीधे मेफेयर रिसॉर्ट भेज दिया। एयरपोर्ट से उन्हें एक बस में बिठाकर रिसॉर्ट के लिए रवाना किया गया। बस के आगे पीछे पुलिस की गाड़ियां मौजूद थी। उधर मेफेयर रिसॉर्ट के आसपास के इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। रिसॉर्ट के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। 

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बताया जा रहा है कि UPA विधायकों को रायपुर ठहराने की जिम्मेदारी सीएम भूपेश बघेल की थी। सीएम बघेल लगातार झारखंड सीएम के संपर्क में भी हैं। वे झारखंड के इन विधायकों से मिलने रिसॉर्ट भी जा सकते हैं। इससे पहले रांची एयरपोर्ट पर विधायकों को छोड़ने आए सीएम सोरेन ने कहा कि सत्ता पक्ष डरने वाला नहीं है। 

विधायकों को एयरपोर्ट पर छोड़ने के बाद मुख्यमंत्री सोरेन आत्मविश्वास से भरे नजर आए। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि सबकुछ एक विशेष रणनीति के तहत किया जा रहा है। झारखंड की जनता ने पहले भी हमारी रणनीति देखी है। आगे भी रणनीति के तहत सबकुछ होगा। बता दें कि शनिवार को सीएम सोरेन शनिवार को यूपीए के विधायकों को लेकर खूंटी के लतरातू डैम गए थे।

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गौरतलब है कि झारखंड इस समय सियासी संकट के दौर से गुजर रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार राज्यपाल ने सीएम हेमंत सोरेन को लाभ के पद मामले में विधानसभा से अयोग्‍य घोषित करने का निर्णय लिया है। सोरेन की पार्टी ने आशंका जताई है कि बीजपी मौजूदा संकट का फायदा उठा सकती है और चुनी हुई सरकार को अपदस्‍थ करने के लिए सत्‍ताधारी गठबंधन के विधायकों को 'लुभाने' की कोशिश कर सकती है।

इस बात की संभावना इसलिए भी है कि हाल ही में कांग्रेस के तीन विधायक पश्चिम बंगाल में भारी मात्रा में कैश के साथ पकड़े गए थे। कांग्रेस ने तीनों को तत्काल सस्पेंड कर दिया। बताया गया कि ये तीनों विधायक बीजेपी के संपर्क में थे और सरकार गिराने के लिए उन्हें ये रकम दी गई थी। इनमें जामताड़ा से विधायक इरफान अंसारी, कोलेबिरा से विधायक नमन बिक्सल और खिजरी से राजेश कच्छप शामिल थे।