छत्तीसगढ़ में लगातार एनकाउंटर के बीच बौखलाए नक्सली, पद्मश्री वैद्यनाथ सहित 6 लोगों को दी हत्या की धमकी
पद्मश्री वैद्यनाथ सहित 6 लोगों को नक्सलियों ने एक बार फिर से जान से मारने की धमकी दी है। साथ ही पर्चा फेंक उन्हें माइंस का दलाल बताया है।

नारायणपुर। छत्तीसगढ़ में एंटी नक्सल अभियान के तहत ताबड़तोड़ एनकाउंटर हो रहे हैं। सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के टॉप नेताओं को मार गिराया है। लगातार एनकाउंटर के कारण नक्सलियों में बौखलाहट है। इसी बीच नारायणपुर जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। नक्सलियों ने पद्मश्री वैद्यनाथ हेमचंद मांझी सहित 6 लोगों को जान से मारने की धमकी दी है।
नक्सलियों ने इससे संबंधित एक पर्चा भी फेंका है। इस पर्चे में पंचायत चुनाव का विरोध करते हुए नक्सलियों ने ये भी लिखा है कि BJP के दलालों को मार भगाओ। नक्सलियों ने पर्चा जारी कर कहा है कि ये पुलिस कैंप और माइंस का समर्थन करते हैं। इन्हें सागर साहू जैसी मौत की सजा दी जाए। नक्सलियों की पूर्व बस्तर डिवीजन कमेटी ने धौड़ाई के पास ये पर्चा फेंका है।
पर्चा में लिखा है कि आमदई निको कंपनी की मदद करने वाले दलालों को मौत की सजा दो। वैद्यनाथ हेमचंद मांझी, सरपंच हरिराम मांझी, नारायण नाग, तिलक बेलसरिया, परिवहन संघ अध्यक्ष शरद और रामेश्वर बघेल का इसमें नाम लिखा है। नक्सलियों का धमकी भरा पर्चा मिलने के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है। इधर नारायणपुर जिले की पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है।
मामले पर नारायणपुर जिले के एसपी प्रभात कुमार ने कहा कि एक पर्चा मिला है इसके वैलिडिटी की जांच कर रहे हैं। पद्मश्री हेमचंद मांझी की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। उन्हें Y श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। इसके अलावा वो जहां भी जाते हैं उनके लिए आरओपी भी लगती है। बड़ी संख्या में उनकी सुरक्षा के लिए जवानों को रखा जाता है। डीआरजी जवानों को भी साथ भेजा जाता है। एसपी ने कहा कि चुनावों को लेकर भी पुलिस और सुरक्षाबलों की टीम पूरी तरह से मुस्तैद है।
बता दें कि प्रदेश के धुर नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले के अंदरुनी इलाकों में कई सालों पारंपरिक चिकित्सा पद्धति से हेमचंद मांझी इलाज करते थे। ये इलाके में बस्तर के वैद्यनाथ के रुप में पहचाने जाने लगे। सेवा के कामों से जुड़े होने के कारण इन्हें पद्मश्री सम्मान से पुरस्कृत किया गया था। इस सम्मान के मिलने के बाद उन पर दलाली का आरोप लगाते हुए नक्सलियों ने जान से मारने की धमकी पहले भी दी थी। नक्सलियों के आरोपों का मांझी ने खंडन भी किया था और उन्होंने पद्मश्री वापस लौटाने का निर्णय किया था। अब एक बार फिर से नक्सलियों का धमकी भरा पर्चा मिलने के दहशत का माहौल है।