MP में प्याज उपजाने वाले किसानों का बुरा हाल, मंडी में भाव नहीं मिलने से परेशान किसान ने नाले में फेंक दी प्याज

मध्य प्रदेश के खंडवा की मंडियों में प्याज 1 से 3 रुपए किलो तक खरीदी जा रही थी, लागत तो दूर किसान परिवहन का भाड़ा तक नहीं निकाल पा रहे, फ्री में बांटने और नाले में फेकने को मजबूर हैं किसान

Updated: May 17, 2023, 08:00 PM IST

खंडवा। अच्छी उपज होने के बावजूद मध्य प्रदेश के किसानों की परेशानियां खत्म नहीं हो रही है। यहां की मंडियों में प्याज का रेट लागत मूल्य से काफी कम मिल रहा है। खंडवा मंडी में लहसुन बेचने पर लागत मूल्य तो दूर वाहन के भाड़े के पैसे भी नहीं निकल पा रहे हैं। स्थिति ये हो गई है कि कड़ी मेहनत से उपजाई फसल को अब किसान नष्ट करने पर मजबूर हो गए हैं। खंडवा से ऐसा ही मामला सामने आया है जहां किसान अपनी उपज नाले में फेंक रहे हैं।

मध्य प्रदेश में पहले बेमौसम बारिश ने किसानों को काफी नुकसान पहुंचाया और अब प्याज किसानों को रुला रही है। खंडवा मंडी में 1 से 2 रुपए किलो प्याज बिक रही है। जबकि किसानों का कहना है कि प्याज पर 8 रुपए प्रति किलो की लागत आ रही है। प्याज की फसल में प्रति एकड़ 60 से 80 हजार रुपए तक का खर्च आता है। वर्तमान में जो दाम मिल रहे हैं, उससे तो आधी लागत भी नहीं निकल पा रही है।

खंडवा के ही किसान कमलेश पटेल ने बताया कि एक एकड़ प्याज की फसल उपजाने में करीब 60 हजार रुपए की लागत लगी है और प्याज निकली है सौ कट्टे। मंडी में एक रुपए प्रति किलो बिक रही है। लागत तो दूर की बात है, मंडी तक ले जाने का भाड़ा भी नहीं निकल पा रहा है। इसलिए कुछ किसान प्याज को खेत में ही रहने दे रहे हैं, वहीं कुछ किसानों ने प्याज को सुनसान जगह या नाले के पास फेंकना शुरू कर दिया है।

खंडवा से एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि किसान शहर की सड़कों पर फ्री में प्याज बांट रहे हैं। फ्री में प्याज लेने के लिए लोगों की भीड़ भी जमा हो गई। खंडवा के भेरू खेड़ा का किसान घनश्याम प्याज की उपज लेकर मंडी पहुंचा था। यहां जब प्याज की कीमत सुनी तो चौंक गया। किसान की प्याज 1 रुपए किलो तक खरीदी जा रही थी। जबकि किसान का कहना है कि प्याज पर 6 प्रति रुपये किलो की लागत आ रही है।

घनश्याम ने गुस्से में आकर प्याज को सड़क पर फेंकने की सोची थी। लेकिन, फिर वो इस प्याज को लेकर नगर निगम के सामने पहुंचे और उसे मुफ्त में बांटने की आवाज लगाई। फिर क्या था फ्री में मिल रही प्याज के लिए लोग टूट पड़े। मामले पर किसान नेता केदार सिरोही ने कहा कि, 'पूरे मध्य प्रदेश के किसानों का बुरा हाल है। असमय बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों को बर्बाद कर दिया। प्राकृतिक आपदा झेल रहे किसानों को राहत राशि तक नहीं दी गई। सीएम शिवराज सिंह चौहान पीएम के सामने बड़ी बेशर्मी से कहते हैं कि हमने किसानों की आमदनी दोगुनी कर दी। हकीकत ये है कि अन्नदाता आज भूखे मर रहे हैं।'