वर्ल्ड निमोनिया डे: कई हफ्तों से हो रही है सर्दी- खांसी, हो सकते हैं निमोनिया के लक्षण

निमोनिया फेफड़ों का संक्रमण है, जो खांसने, छींकने, छूने या कीटाणुयुक्त हवा में सांस लेने के कारण फैलती है। बच्चों में बुजर्गों में निमोनिया गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं और कुछ स्थितियों में मौत का भी कारण बन सकती है।

Updated: Nov 10, 2023, 01:08 PM IST

बदलते मौसम के साथ सर्दी-खांसी और सांस की समस्या होना आम बात है, लेकिन अगर ये दिक्कत आपको लंबे वक्त तक बनी रहती हैं तो फिर ये समस्या खड़ी कर सकते है। कुछ स्थितियों में सांस की ये समस्या निमोनिया के कारण भी हो सकती है जिसपर गंभीरता से ध्यान दिया जाना आवश्यक हो जाता है।

निमोनिया फेफड़ों का संक्रमण है, जो खांसने, छींकने, छूने या कीटाणुयुक्त हवा में सांस लेने के कारण फैलती है। बच्चों में बुजर्गों में निमोनिया गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं और कुछ स्थितियों में मौत का भी कारण बन सकती है। जिसे देखते हुए हर साल 12 नवंबर को विश्व निमोनिया दिवस मनाया जाता है। जो इस रोग के खिलाफ लड़ाई में दुनिया को एक वार्षिक मंच प्रदान करता है। आइए जानते हैं कि इस रोग की समय रहते कैसे पहचान की जा सकती है और बचाव कैसे करें। 

निमोनिया क्या है?

निमोनिया संक्रमण की स्थिति में एक या दोनों फेफड़ों में वायु की थैलियों में सूजन आ जाती है। हवा की थैलियां तरल पदार्थ या मवाद (शुद्ध पदार्थ) से भर जीती हैं, जिससे कफ या मवाद के साथ खांसी, बुखार, ठंड लगने और सांस लेने में कठिनाई होने लगती है।

बैक्टीरिया, वायरस और कवक सहित विभिन्न प्रकार के जीवाणुओं के कारण निमोनिया का खतरा हो सकता है। छोटे बच्चों, 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों या कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वालों के लिए ये गंभीर बीमारी है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, वैसे तो निमोनिया किसी को भी हो सकता है, पर कुछ स्थितियों में इसका जोखिम काफी बढ़ जाता है। यदि आप अस्पताल में किसी इलाज के लिए इंटेंसिव केयर यूनिट में भर्ती हैं, खासकर ऐसी मशीन पर हैं जो आपको सांस लेने में मदद करती है (वेंटिलेटर) तो इसके कारण आपमें निमोनिया का खतरा हो सकता है। इसके अलावा यदि आपको अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) या हृदय रोग है तो भी आपको निमोनिया होने की अधिक आशंका है।

अध्ययनकर्ता बताते हैं, धूम्रपान निमोनिया पैदा करने वाले बैक्टीरिया और वायरस के खिलाफ आपके शरीर की प्राकृतिक सुरक्षा को नुकसान पहुंचाता है, ये आदत भी आपके जोखिमों को बढ़ा देती है।

इसके लक्षण

निमोनिया के लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं, ये संक्रमण पैदा करने वाले रोगाणु के प्रकार और आपकी उम्र-समग्र स्वास्थ्य जैसे कारकों पर निर्भर करता है। कुछ लक्षण बताते हैं कि आपको निमोनिया हो सकती है, जिसको लेकर तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क किया जाना चाहिए। सांस लेने या खांसने पर सीने में दर्द होना, खांसी के साथ बहुत अधिक कफ आना, थकान-बुखार, पसीना और कंपकंपी वाली ठंड लगना, मतली, उल्टी या दस्त की समस्या।

बता दें सामान्य सर्दी और फ्लू के विपरीत, निमोनिया आपके फेफड़ों से संबंधित समस्याएं पैदा करता है, इससे सांस लेने में कठिनाई होती है। सामान्य सर्दी जुकाम, कुछ घरेलू उपचार के साथ 3-4 दिनों में ठीक होने लगता है, पर निमोनिया संक्रमण में विशिष्ट उपचार या एंटीबायोटिक्स की जरूरत हो सकती है। समय पर उपचार न मिलने पर संक्रमण के बढ़ने का खतरा अधिक हो सकता है। सामान्य सर्दी जुकाम में कफ आने या सांस की दिक्कत कम होती है पर निमोनिया में ये समस्याएं समय के साथ बढ़ती जाती हैं।