डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ 2020 चुनाव नतीजे पलटने की कोशिश के आरोप, पावर ट्रांसफर रोकना चाहते थे ट्रंप

साल 2020 में जो बाइडेन से राष्‍ट्रपति चुनाव हारने के बाद जनवरी 2021 में डोनाल्ड ट्रंप ने धांधली का आरोप लगाते हुए सत्‍ता हस्‍तांतरण से इनकार कर दिया था। इसके बाद व्हाइट हाउस के बाहर हिंसक प्रदर्शन हुए थे।

Updated: Aug 02, 2023, 06:46 PM IST

वाशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप के खिलाफ मंगलवार को 2020 के चुनाव परिणाम को पलटने की कोशिश के आरोप लगाए गए। बीते चार महीने में यह तीसरी बार है जब ट्रंप पर आपराधिक आरोप तय किए गए हैं। डोनाल्ड ट्रंप को चुनावी हार के बाद सत्ता के हस्तांतरण को विफल करने के प्रयास के लिए आरोपी ठहराया गया है।

स्पेशल काउंसिल जैक स्मिथ ने आरोप लगाया कि ट्रंप ने जो बाइडन से हार के बावजूद सत्ता में बने रहने के लिए वोटर्स से 'जानबूझकर झूठे' दावे किए। ट्रंप पर चार आरोप लगाए गए हैं, सरकारी कार्यवाही में बाधा डालने की साजिश, अमेरिका को धोखा देने की साजिश, किसी आधिकारिक कार्यवाही में बाधा डालना और बाधा डालने की कोशिश करना और अधिकारों के खिलाफ साजिश।

अभियोग में कहा गया है कि ट्रम्प के चुनाव जीतने के दावे झूठे थे। उन्हें पता था कि उनके दावे गलत हैं फिर भी उन्हें दोहराकर व्यापक रूप से प्रसारित किया। उन्होंने देश में अविश्वास, जनता को भड़काने का माहौल बनाने और चुनाव प्रशासन में जनता के विश्वास को कम करने के लिए ऐसा किया। संघीय अभियोजकों का कहना है कि डोनाल्ड ट्रम्प इन साजिशों के जरिए सत्ता में बने रहना चाहते थे।

बता दें कि अमेरिका में नवंबर 2020 में चुनाव हुए थे, जिसके परिणाम आने के बाद ट्रंप ने अपनी हार स्वीकार करने से इनकार कर दिया था और झूठ फैलाया कि उनकी जीत हुई है। इसके बाद छह जनवरी, 2021 को यूएस कैपिटल हिंसा हुई। ट्रंप के समर्थकों ने व्हाइट हाउस में घुसकर तोड़-फोड़ की और अधिकारियों पर हमला कर चुनावी गिनती को भी बाधित किया था।