MP: सवालों से मुंह छिपा रही है मोहन सरकार, नकाब पहनकर विधानसभा पहुंचे कांग्रेस विधायक
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि सरकार जनता की आवाज दबाना चाहती है। हम आज ये नकाब पहनकर आए हैं क्योंकि सरकार सवालों से मुंह छिपा रही है।

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत हो चुकी है। सोमवार को बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने अभिभाषण दिया। बजट सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक मुंह पर काले नकाब पहनकर विधानसभा पहुंचे थे। वे हाथों में तख्तियां लेकर गांधी प्रतिमा पर नारेबाजी करते नजर आए।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि सरकार जनता की आवाज दबाना चाहती है। हम आज ये नकाब पहनकर आए हैं क्योंकि सरकार सवालों से मुंह छिपा रही है। मैं सरकार से कहना चाहता हूं कि अगर आप विकास कर रहे हैं तो आएं, विधानसभा के अंदर बहस करें। सिंघार ने कहा कि सरकार चर्चा से मुंह छुपा रही है इसलिए केवल 9 दिन का सत्र बुलाया है। सत्र की अवधि बढ़ाई जाए।
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सिंघार ने कहा कि युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है। भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लग रहा। हम चाहते हैं कि बजट सत्र की अवधि बढ़ाई जाए ताकि सभी विधायकों के सवाल इसमें आ सकें।
राज्यपाल ने अभिभाषण में कहा कि अगले 3 साल में किसानों को 20 लाख सोलर पंप बांटे जाएंगे। 5 रुपए में सिंचाई के लिए स्थायी बिजली कनेक्शन दिया जाएगा। नर्मदा घाटी विकास योजना और जल संसाधन विभाग की मदद से प्रदेश की सिंचाई क्षमता 50 लाख हेक्टेयर से बढ़कर अगले 3 साल में 100 लाख हेक्टेयर तक हो जाएगी। नदी जोड़ो परियोजना मध्य प्रदेश की तस्वीर बदलेगी।
राज्यपाल ने अभिभाषण में कहा कि युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद सशक्तिकरण मिशन बनाया गया है। किसानों के भविष्य में सुधार और उनकी आय बढ़ाने के लिए किसान कल्याण मिशन बनाया गया है।
प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में 11 लाख 89 हजार प्रधानमंत्री आवास बनाने का लक्ष्य है। योजना में मध्य प्रदेश देशभर में पहले स्थान पर है। पीएम आवास शहरी के पहले चरण में 8 लाख 33 हजार आवास बनाए गए हैं। इसमें मध्य प्रदेश देशभर में दूसरे स्थान पर है।
बता दें कि बजट के अगले दिन चर्चा होने के बाद 14 मार्च को होली की छुट्टी रहेगी। 15 मार्च को शनिवार और 16 मार्च को रविवार का अवकाश होगा। 17 मार्च को प्रश्नकाल के बाद दूसरे सप्लीमेंट्री बजट को मतदान कराकर पारित कराया जाएगा। 18 मार्च को प्रश्नकाल, मांगों पर मतदान होगा। 19 मार्च को रंगपंचमी की छुट्टी रहेगी।
20 मार्च को प्रश्नकाल के बाद मांगों पर मतदान और बजट पर चर्चा होगी। 21 मार्च को प्रश्नकाल के बाद बजट पर चर्चा कराकर पारित किया जाएगा। इसके बाद अशासकीय संकल्प और विधेयक पेश किए जाएंगे। 22 और 23 मार्च को अवकाश के बाद 24 मार्च को प्रश्नकाल के बाद अन्य शासकीय काम होंगे और विधानसभा का सत्र खत्म हो जाएगा।