ChatGPT ने लिया पीएम ऋषि सुनक और बिल गेट्स का इंटरव्यू, इन सवालों में उलझे दोनों दिग्गज

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म चैट जीपीटी ने एडवांस नेचुरल लैंग्‍वेज प्रोसेसिंग अल्‍गोरिदम का यूटिलाइज कर सुनक और गेट्स के पिछले भाषणों, साक्षात्कारों और सार्वजनिक बयानों के आधार पर प्रश्न तैयार किए थे।

Updated: Feb 20, 2023, 05:07 PM IST

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का दखल जिंदगी के हर क्षेत्र में बढ़ता ही जा रहा है। चैटबॉट चैटजीपीटी (ChatGPT) के चर्चे आजकल चारों ओर है। लोग इस चैट बॉट से तरह-तरह के सवाल इससे कर रहे हैं और हर टेस्ट में यह पास हो रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब इतना समृद्ध हो चुका है कि एआई पॉवर्ड चैट जीपीटी ने तो ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स का इंटरव्‍यू भी एक पेशेवर पत्रकार की तरह कर डाला।

चैट जीपीटी दोनों ही हस्तियों से रूस-यूक्रेन युद्ध, टेक्‍नोलॉजी, इनोवेशन और वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍था के भविष्‍य को लेकर सवाल किए। एआई प्‍लेटफॉर्म के सवालों के जवाब देने में कई बार ये दोनों ही दिग्गज उलझते नजर आए। एआई चैटबॉट का पहला सवाल अगले 10 वर्षों में वैश्विक अर्थव्यवस्था और नौकरी बाजार पर प्रौद्योगिकी के प्रभाव के बारे में था। जवाब में, बिल गेट्स ने कहा कि हमें और अधिक कुशल होने की जरूरत है, क्योंकि स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा में श्रमिकों की कमी है। उम्मीद है कि एआई जैसी तकनीक हमें और अधिक कुशल बनाने में मदद कर सकती है।

ChatGPT द्वारा अगला सवाल पूछा गया कि अगर वे समय पर वापस जा सकते हैं तो वे आज से 10 साल पहले खुद को क्या सलाह देते। इस पर गेट्स ने जवाब देते हुए कहा, मैं एक तरह से अत्यधिक तीव्र था और वीकेंड एवं छुट्टियों में विश्वास नहीं करता था। मेरे पास काम करने की शैली और बात करने की शैली का बहुत संकीर्ण दृष्टिकोण था। जो छोटे शुरुआती माइक्रोसॉफ्ट ग्रुप के लिए यह ठीक था, लेकिन फिर जैसे-जैसे हम बड़े होते गए, मुझे यह महसूस करना पड़ा, जैसे-जैसे आप परिवारों वाले लोगों को साथ लाते हैं, आपको इस बारे में सोचना होगा यह बहुत लंबी अवधि की बात है। अगर वह समय पर वापस जा सकते तो इसे जल्द ही महसूस करना पसंद करते।

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इसी तरह का जवाब ऋषि सुनक ने भी दिया। उन्होंने कहा कि वे एक इमीग्रेंट फैमिली से आते हैं जहां लगातार कामकाज का माहौल था। एक काम खत्म होता तो दूसरे की शुरुआत हो जाती थी और जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए जद्दोजहद थी। बेहतर होता कि हम टाइम को एन्जॉय करते और प्रेजेंट मोमेंट को खुलकर जीते।

चैट जीपीटी ने तीसरे सवाल में पूछा कि आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से क्या काम कराना चाहेंगे? इस सवाल के जवाब में बिल गेट्स ने कहा कि वे कभी AI टूल से नोट्स लिखवाते। किसी लेटर आदि को बेहतरीन बनाना है तो वे इस टूल की सहायता लेते। साथ ही पोयम, सॉन्ग आदि लिखने के लिए भी इसकी मदद लेते। वहीं, पीएम ऋषि सुनक ने कहा कि वे इस एआई टूल से अपना वीकली क्वेश्चन टाइम मैनेज करवाते जहां उन्हें लगातार जनता के सवालों का जवाब देना होता है। बेहतर होता कि यदि AI टूल इन सवालों के जवाब देता और वे फ्री रहते।

दरअसल, एआई प्लेटफॉर्म ने एडवांस नेचुरल लैंग्‍वेज प्रोसेसिंग अल्‍गोरिदम का यूटिलाइज कर सुनक और गेट्स के पिछले भाषणों, साक्षात्कारों और सार्वजनिक बयानों के आधार पर प्रश्न तैयार किए और सवाल पूछे। इस इंटरव्‍यू ने एआई टेक्‍नोलॉजी के विकास में मील का नया पत्‍थर स्‍थापित किया है। क्‍योंकि इसने मनुष्‍यों के साथ मशीन लर्निंग अल्गोरिदम के इंटेलीजेंट कन्‍वर्सेशन करने की क्षमता को उजागर किया है। यह इंटरव्‍यू इंपीरियल कॉलेज लंदन में हुआ। सुनक और बिल गेट्स यहां ब्रिटेन के ग्रीन टेक्‍नोलॉजी स्‍टार्टअप की सपोर्ट में हुए एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए थे।