MP: सरकारी डॉक्टरों के प्रदर्शन का दूसरा दिन, हमीदिया में अमानक दवाईयों की सांकेतिक होली जलाई
24 फरवरी को डॉक्टर्स प्रदेशव्यापी सामूहिक उपवास कर अन्न व जल त्याग कर एक घंटे कार्यस्थल के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान इमरजेंसी सेवा चालू रहेगी, लेकिन 25 फरवरी को डॉक्टर प्रदेशव्यापी काम बंद आंदोलन करेंगे।

भोपाल। मध्य प्रदेश में शासकीय डॉक्टरों का गुरुवार से प्रदेशव्यापी आंदोलन जारी है। राज्यभर में करीब 15 हजार सरकारी डॉक्टरों ने दूसरे दिन भी प्रदर्शन किया। डॉक्टरों ने शुक्रवार को प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों और चिकित्सा संस्थानों में प्रतीकात्मक रूप से अमानक दवाइयों की होली जलाकर विरोध दर्ज कराया।
राजधानी भोपाल के हमीदिया हॉस्पिटल में भी डॉक्टर्स ने अमानक दवाईयों की सांकेतिक होली जलाई। चिकित्सा महासंघ के संयोजक डॉ राकेश मालवीय ने कहा कि हम उन दवाइयों अमानक को मानते हैं, जिनमें मौजूद दवा की पोटेंसी कम होती है। मान लीजिए कि मरीज को पैरासिटामोल 500 मिलीग्राम चाहिए, लेकिन यदि उसमें केवल 300 मिलीग्राम ही हो, तो ऐसी दवा का उसे कोई लाभ नहीं मिलेगा। ऐसी दवाइयों को अमानक कहा जाता है।
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डॉ राकेश मालवीय ने कहा कि पिछले साल सितंबर-अक्टूबर में हजारों जीवनरक्षक दवाइयां और मल्टीविटामिन तक अमानक पाई गईं। ये दवाइयां मध्य प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में उपयोग की जा रही थीं, जहां लाखों लोग इलाज करवाने आते हैं। हमने इस मुद्दे को बहुत प्रमुखता से उठाया, लेकिन इस गंभीर अपराध पर आवश्यक आपराधिक प्रकरण दर्ज करने के बजाय, केवल कुछ दवाइयों को कुछ समय के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया गया।
चिकित्सक महासंघ ने अपनी प्रमुख मांगों में उच्च न्यायालय द्वारा आदेशित उच्च स्तरीय समिति का गठन, कैबिनेट से पारित DACP और NPA का सही क्रियान्वयन, सातवें वेतनमान का वास्तविक लाभ और चिकित्सा क्षेत्र में प्रशासनिक दखलंदाजी को रोकने जैसी मांगें शामिल की हैं। डॉक्टरों ने सरकार से जल्द से जल्द इन मुद्दों पर निर्णय लेने की मांग की है, अन्यथा आंदोलन और तेज करने की चेतावनी दी है।
चिकित्सक महासंघ के मुख्य संयोजक डॉ. राकेश मालवीया ने बताया कि यह आंदोलन प्रदेश के 52 जिला अस्पतालों, कम्युनिटी अस्पतालों, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टरों द्वारा किया जा रहा है। 24 फरवरी को वे प्रदेशव्यापी सामूहिक उपवास कर अन्न व जल त्याग कर एक घंटे कार्यस्थल के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान इमरजेंसी सेवा चालू रहेगी, लेकिन 25 फरवरी को डॉक्टर प्रदेशव्यापी काम बंद आंदोलन करेंगे, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा सकती हैं।