पाकिस्तान को तालिबान की दो टूक, पाकिस्तान को नहीं है नसीहत देने का हक

इमरान खान ने हाल ही में कहा था कि तालिबानी हुकूमत को अपनी सरकार में अल्पसंख्यकों को जगह देनी चाहिए, लेकिन पाकिस्तान की नसीहत को तालिबान ने सिरे से नकार दिया है

Publish: Sep 21, 2021, 09:03 AM IST

नई दिल्ली। अफगानिस्तान में काबिज तालिबानी हुकूमत ने सरकार को लेकर अपनी मंशा साफ कर दी है। तालिबान ने यह साफ कर दिया है कि वह किसी भी देश की नसीहत को स्वीकार नहीं करेगा। तालिबान ने कहा है कि पाकिस्तान या किसी भी अन्य देश को हमें नसीहत देने का कोई हक नहीं है। 

तालिबान के प्रवक्ता और हुकूमत में उप सूचना मंत्री का पद संभाल रहे जबीहुल्ला ने मुजाहिद ने कहा है कि पाकिस्तान सहित किसी भी देश को समावेशी सरकार चलाने जैसी नसीहत देने का कोई हक नहीं है। हाल ही में तालिबान के एक अन्य प्रवक्ता ने कहा था कि समावेशी सरकार का यह मतलब नहीं होता कि हम सरकार में ऐसे लोगों को शामिल कर लें, जो कि पड़ोसी देशों के जासूसी हों। हम जासूसों को अपने सिस्टम में शामिल नहीं कर सकते। 

हाल ही में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने तालिबान के साथ बातचीत शुरू करने की बात मानते हुए कहा था कि तालिबान को एक समावेशी सरकार का गठन करना चाहिए, जिसमें अल्पसंख्यकों भी जगह दी जाए। पाकिस्तान के साथ साथ अन्य देश भी एक समावेशी सरकार की मांग कर रहे हैं। 

लेकिन तालिबान इस बात को लेकर राज़ी नहीं है। खुद काबुल में महिलाएं इस बात को लेकर प्रदर्शन कर चुकी हैं कि तालिबानी सरकार में एक भी महिला को जगह नहीं दी गई है।