कांग्रेस ने सीहोर में 112 गायों की मौत पर सरकार को घेरा, गौशालाओं का बजट काटने पर उठाया सवाल

कांग्रेस ने कहा, प्रदेश की गौमाता भूख और प्यास से तड़पकर मर रही हैं और शिवराज गौशालाओं का बजट काटकर अहंकार दिखा रहे हैं

Updated: Mar 17, 2021, 03:42 AM IST

Photo Courtesy: Patrika
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भोपाल/सीहोर। भोपाल से सटे सीहोर की एक गौशाला में लगभग हर दूसरे दिन एक गाय की मौत हो रही है। हर दूसरे दिन कोई गाय भूख और प्यास से तड़पते हुए अपना दम तोड़ देती है। यह मामला खुद मुख्यमंत्री के गृह जिले सीहोर का है। ऐसी खबरें आ रही हैं कि सीहोर के इछावर स्थित लसूडिया कांगरा गौशाला में पिछले आठ महीनों में 112 गायों की भूख और प्यास से तड़पने के कारण मौत हो गई है। कांग्रेस ने इस मसले को उठाते हुए शिवराज सरकार पर तीखा हमला किया है। कांग्रेस ने कहा कि एक तरफ राज्य में गौमाता की दुर्दशा हो रही है और दूसरी तरफ शिवराज सरकार गौशालाओं का बजट काटकर अहंकार दिखा रही है। 

कांग्रेस ने इस मामले में ट्विटर के जरिए शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए लिखा है, 'कमलनाथ सरकार जाते ही बेसहारा हुई प्रदेश की गौमाता अब भूख और प्यास से तड़पकर मर रही हैं। और शिवराज गौशालाओं का बजट काटकर अहंकार दिखा रहे हैं। शिवराज जी,गौमाता की भूख से मौत महापाप है, और आप महापापी हैं।' 

 

 

कांग्रेस ने अपनी इस टिप्पणी के साथ ही वो खबर भी शेयर की है, जिसमें सीहोर के इछावर की गौशाला में पिछले आठ महीनों में 112 गायों के दम तोड़ने की बात कही गयी है। खबर में बताया गया है कि लाखों रुपए की लागत से आवारा मवेशियों की देखबाल करने के लिए गौशालाओं का निर्माण किया गया है। लेकिन प्रशासन के उदासीनता भरे रवैए की वजह से इन गौशाला में न तो गायों के लिए भूसे की कोई व्यवस्था है और न ही उनके लिए पानी तक पीने की व्यवस्था है।

खबर में कहा गया है कि गायों तक पानी न पहुंच पाने के लिए गौशाला के संचालक जिम्मेदार हैं। लसूडिया की गौशाला के संचालकों ने पिछले आठ महीनों से बिजली बिल नहीं जमा किया है। जिसके कारण गौशाला की बिजली भी काट दी गई है। बिजली चले जाने की वजह से गौशाला में पानी सप्लाई करने वाला पंप बंद हो गया है, जिससे गायों को पर्याप्त पानी तक मुहैया नहीं हो पा रहा है। खबर में दावा किया गया है कि प्रदेश की बाकी गौशालाओं का हाल भी ऐसा ही है।