सीधी से शुरू हुई कांग्रेस की आदिवासी स्वाभिमान यात्रा, 17 जिलों के 36 विधानसभा क्षेत्रों को करेगी कवर

कांग्रेस की आदिवासी स्वाभिमान यात्रा सीधी से शुरू होकर 17 जिलों के 36 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करते हुए झाबुआ पहुंचेगी। यात्रा का नेतृत्व मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया और आदिवासी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रामू टेकाम कर रहे हैं।

Updated: Jul 19, 2023, 12:56 PM IST

सीधी। विधानसभा चुनाव से पूर्व मध्य प्रदेश में आदिवासियों के खिलाफ अत्याचार का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। इसी बीच कांग्रेस ने शिवराज सरकार को घेरने के लिए आदिवासी स्वाभिमान यात्रा शुरू कर दिया है। यात्रा की शुरुआत बुधवार को सीधी से की गई है, जिसका नेतृत्व मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया और आदिवासी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रामू टेकाम कर रहे हैं।

यात्रा शुरू करने से पहले डॉ भूरिया और टेकाम रीवा जिले के गूढ़ विधानसभा क्षेत्र में स्थित माता शबरी के मंदिर पहुंचे। उन्होंने माता शबरी के दर्शन कर यात्रा की सफलता एवं प्रदेश की खुशहाली की कामना की।
डॉ भूरिया ने बताया कि यात्रा सीधी जिले से शुरू होकर प्रदेश के 17 जिलों की 36 विधानसभाओं से गुजरेगी। आदिवासी स्वाभिमान यात्रा का समापन झाबुआ में 7 अगस्त को किया जाएगा।

यह यात्रा सीधी जिले से शुरू होकर धौहानी, ब्योहारी, मानपुर, जयसिंहनगर, जैतपुर, अनूपपुर, पुष्पराजगंज, डिंडोरी, शाहपुर, निवास, मंडला, बिछिया, बैहारी, पारसवाड़ा, बारघाट, लखनादोन, अमरवाड़ा, जुन्नारदेव, घोड़ाडोंगरी, भैंसदेही, टिमरनी, हरसूद, पंधाना, नेपानगर, भीकनगांव, भगवानपुरा, सेंधवा, पानसेमल, बड़वानी, कुक्षी, मनावर, धरमपुरी, गंधवानी, जोबट होते हुए झाबुआ पहुंचेगी।

खास बात ये है कि सीधी विधानसभा छोड़कर अन्य सभी 35 विधानसभा क्षेत्र आदिवासियों के लिए आरक्षित हैं। मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीट में से 47 सीट आदिवासी यानी जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं, जबकि 22 फीसदी आदिवासी वोटर्स हैं।ऐसे में राजनीतिक दृष्टिकोण से ये बड़ा वोट बैंक है। इस वर्ग को साधना काफी अहम है।

यात्रा को लेकर डॉ भूरिया ने कहा कि सीधी में आदिवासी समाज के व्यक्ति के साथ बीजेपी के विधायक प्रतिनिधि ने जो कृत्य किया है, उसे लेकर पूरा आदिवासी समाज आक्रोशित है। ऐसा नहीं है कि सीधी की घटना कोई एक मात्र घटना हो। प्रदेश में आदिवासियों के साथ निरंतर अत्याचार हो रहे हैं। हम इस यात्रा के माध्यम प्रदेश के आदिवासी वर्गों पर बढ़ रहे अत्याचारों को उजागर करते हुए प्रत्येक आदिवासी जन की आवाज़ बनेंगे और जनजागृति की इस यात्रा में एक बार फिर आदिवासी हितों को मजबूती देने का काम करेंगे।