कूनो में चीता गामिनी के एक और शावक की मौत, रीढ़ की हड्डी में था फ्रैक्चर
पिछले सप्ताह इस शावक की रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर पाया गया था, लेकिन उपचार के दौरान सोमवार को मौत हो गई।
कूनो। मध्यप्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क से एक और बुरी खबर सामने आई है। सोमवार को एक और चीता शावक की मौत हो गई। पिछले सप्ताह इस शावक की रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर पाया गया था, लेकिन उपचार के दौरान सोमवार को मौत हो गई। ये शावक मादा चीता गामिनी के 5 शावकों में से एक था। अब गामिनी के 4 शावक बचे हैं।
रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर होने की वजह से शावक गंभीर रूप से घायल हो गया था। 7 दिन चले इलाज के बाद सोमवार को उसने दम तोड़ दिया। कूनो में अब 13 चीते और 12 शावक ही बचे हैं। कूनो नेशनल पार्क के अधिकारियों ने शावक के मौत की पुष्टि की।
मादा चीता गामिनी अपने पांच शावकों को साथ कूनो के बाड़े में रह रही थी। 29 जुलाई को वन विभाग का मैदानी अमला जब गश्त करने के लिए गामिनी के पास पहुंचा तो 5 में से 4 शावक तो स्वस्थ मिले, लेकिन एक ठीक से उठ नहीं पा रहा था। कुछ देर बाद वह दो पैरों पर चलने लगा लेकिन, उसका पिछला हिस्सा जमीन पर घसीटते हुए वह आगे बढ़ रहा था। जिसे तत्काल रेस्क्यू करके उपचार शुरू कर दिया गया था।
बता दें कि मादा चीता गामिनी ने 10 मार्च 2024 को 6 शावकों को जन्म दिया था। इनमें से 4 जून 2024 एक शावक की मौत हो गई थी। इसके बाद सोमवार 5 अगस्त को एक और शावक की मौत हो गई। कूनो में अब 13 चीते और 12 शावक रह गए हैं।