हैलो, हम जेपी अस्पताल से बोल रहे हैं, आपके डाक्टर को कोरोना हो गया है, आप भी अपनी जांच करवा लें

खतरे में 150 गर्भवती महिलाओं की जान, सरकारी जेपी अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट डाक्टर कोरोना संक्रमित, वैक्सीन के दोनों डोज लगवा चुके डाक्टर और उनकी पत्नी संक्रमित, रिपोर्ट आने के ठीक पहले तक गर्भवती महिलाओं की कर रहे थे सोनोग्राफी, फोन पर महिलाओं को दी जा रही जांच कराने की सलाह

Updated: Nov 18, 2021, 09:25 AM IST

Photo Courtesy: naidunia
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भोपाल। राजधानी के सरकारी जय प्रकाश अस्पताल के एक रेडियाोलॉजिस्ट डॉक्टर कोरोना संक्रमित मिले हैं। जिसके बाद से अस्पताल में हड़कंप मच गया है। अपनी ड्यूटी के दौरान इस डाक्टर ने करीब डेढ़ सौ गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी थी। कुछ दिनों पहले रेडियोलॉजिस्ट की तबीयत खराब थी फिर भी वे अस्पताल आ रहे थे। ज्यादा तबीयत बिगड़ने पर डाक्टर ने अपना कोविड टेस्ट करवाया जिसमें वे संक्रमित मिले। अब अस्पताल प्रबंधन के हाथ पांव फूल गए। एहतियात के तौर पर 11 से 13 नवंबर के बीच जिन महिलाओं की सोनोग्राफी रेडियोलॉजिस्ट ने की उन सभी गर्भवती महिलाओं को कोरोना टेस्ट करवाने के लिए फोन किया जा रहा है। अस्पताल प्रबंधन ने एहतियात के तौर पर सोनोग्राफी कक्ष को सैनेटाइज करके सील कर दिया है।

सोनोग्राफी के लिए मरीजों को दूसर कक्ष में बुलाया जा रहा है। अब अस्पताल से फोन आने पर गर्भवती महिलाओं की परेशानी बढ़ गई है। अपने भीतर नन्ही सी जान पाल रही महिलाएं इतने दिनों में बहुत से लोगों के संपर्क में आ चुकी हैं। अगर किसी में संक्रमण मिलता है तो यह किसी कोरोना विस्फोट से कम नहीं होगा। वैसे भी भ्रांतियों की वजह से बहुत सी गर्भवती महिलाओं ने कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाई है।

खबर है कि रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर और उनकी पत्नी दोनों को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है। दोनों डोज लगने के बाद भी डाक्टरों का कोरोना संक्रमित होना चिंता का विष्य है। वहीं लापरवाही की हद तो तब हो गई जब  बीमार होने के बाद भी डॉक्टर 13 नवंबर तक ड्यूटी पर थे। उनकी कोरोना रिपोर्ट 15 नंवबर पॉजिटिव आई है।

फिलहाल रेडियोलाजिस्ट डॉक्टर और उनकी पत्नी एम्स अस्पताल में भर्ती हैं। दोनों को वैक्सीन के दोनों डोज फरवरी में ही लग चुके थे। डॉक्टर की तबीयत ठीक है, लेकिन उनकी पत्नी की हालत गंभीर बताई जा रही है।भले ही प्रदेश में सरकार की ओर से कोरोना के सारे प्रतिबंध खत्म कर दिए गए हैं, लेकिन कोरोना का खतरा अभी भी बरकरार है। लगातार प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। पिछले रविवार से अब तक 5 दिनों में करीब 38 मरीज मिले हैं। सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज भोपाल में 16 मिले हैं, जबकि इंदौर दूसरे नंबर पर है। प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 7 लाख 92 हजार 984 तक पहुंच गया है। राहत की बात है कि करीब 7 लाख 82 हजार 380 मरीजों ने कोरोना को मात दे दी है। वहीं कोरोना ने अब तक करीब 10 हजार 525 लोगों की जान ले ली है। प्रदेश का रिकवरी रेट 98% से ज्यादा है। प्रदेश में युद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन का काम जारी है।