बीजेपी विधायक जालम सिंह को लगे 6 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन, सीएम को ख़त लिखकर की शिकायत

केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के भाई और गोटेगांव से बीजेपी विधायक ने मुख्यमंत्री शिवराज को लिखे पत्र में खुलासा किया है कि उन्हें कोरोना इलाज के दौरान सिटी अस्पताल जबलपुर में नकली इंजेक्शन लगाए गए हैं, दवा कंपनियों, राजनेता समेत सरकारी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की, प्रदेश में नकली इंजेक्शन से गई है सैकडों मरीजों की जान

Updated: May 18, 2021, 09:57 AM IST

Photo courtesy: Patrika
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जबलपुर। नरसिंहपुर के गोटेगांव विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक जालम सिंह पटेल का दावा है कि उनके कोरोना इलाज के दौरान उन्हें 6 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाए गए हैं। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के भाई जालम पटेल ने दोषी डाक्टरों पर कार्रवाई की मांग की है। इस मामले को लेकर बीजेपी विधायक ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चिट्ठी लिखकर यह सनसनीखेज खुसाला किया है।

बीजेपी विधायक का आरोप लगाया है कि जब वे जबलपुर के सिटी हॉस्पिटल में कोरोना इलाज के लिए भर्ती हुए थे, तब उन्हें 6 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाए गए थे। उन्होंने कहा है कि सिटी अस्पताल में उन्हें कुल 12 इंजेक्शन लगे, जिसमें से 6 नकली थे। विधायक ने इसमें राजनीतिक रसूख के व्यक्ति समेत जबलपुर के सिटी अस्पताल जबलपुर और सरकारी अधिकारियों के शामिल होने का आरोप लगाया है।

गौरतलब है कि एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मध्यप्रदेश में कोरोना मरीजों के लगाए गए बड़ी मात्रा में रेमडेसिविर इंजेक्शन नकली थे। इस इंजेक्शन की वजह से बड़ी संख्या में कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है।

मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बीजेपी विधायक ने जबलपुर के सिटी अस्पताल को राजसात करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि सिटी अस्पताल को सरकारी कोविड सेंटर में तब्दील कर दिया जाए। बीजेपी विधायक ने मांग की है कि 5-5 लाख रुपए की राशि कोरोना पीड़ितों को दिया जाए, यह रकन सिटी अस्पताल प्रबंधक और दोषियों से वसूले जाने की मांग की है।

विधायक ने पत्र में लिखा है कि जबलपुर में आसपास के बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए आते हैं, करीब 15 जिलों से लोग यहां अच्छे इलाज की खोज में आते हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि जबलपुर से अन्य जिलों में भी नकली इंजेक्शन की सप्लाई हुई है। जिसकी वजह से कई कोरोना मरीजों ने दम तोड़ा है। बीजेपी विधायक जालम सिंह का आरोप है कि नकली इंजेक्शन के कारोबार में कई राजनेता समते सिटी हॉस्पिटल जबलपुर के प्रबंधक और सरकारी अधिकारियों की मिली भगत है।

बीजेपी विधायक ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि वे खुद भुक्तभोगी हैं। उनके परिवार के एक 42 साल के युवा दिनेश पटेल ने कोरोना की वजह से दम तोड़ दिया है।

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जबलपुर संभाग में बड़ी मात्रा में इंजेक्शन की आपूर्ति करने वाली दवा कंपनी की जांच की मांग की है। जालम सिंह ने मांग की है कि जबलपुर संभाग में एक साथ हजारों रेमडेसिविर इंजेक्शन किस-किस मद से पहुंचे। उन्होंने मांग की है कि इस बात की जांच हो की दवाएं, दवा कंपनियों, व्यक्तियों, मेडिकल स्टोर्स, अस्पताल प्रबंधन या CMHO ने उपलब्ध कराई इसकी बारीकी से जांच हो।

 

बता दें कि राज्य में नकली इंजेक्शन का खेल खुले आम जारी है, इंदौर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।