BJP: जिलों से मांगें प्रदेश कार्यसमिति के लिए नाम

Virtual Meeting: बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी का इंतज़ार बढ़ा, 14 अगस्त तक किसी भी तरह का सार्वजनिक आयोजन नहीं करने की हिदायत

Updated: Aug 02, 2020, 05:22 AM IST

photo courtesy : inshorts
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भोपाल। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यसमिति का इंतज़ार लम्बा होने वाला है। माना जा रहा था कि प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने अपनी कार्यकारिणी तैयार कर ली है और जल्द उसकी घोषणा होगी। मगर शनिवार को जिला अध्यक्षों एवं पार्टी पदाधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने बीजेपी कार्य समिति के लिए  जिला संगठन से पांच नाम भी भेजने के लिए कहा है।इस प्रक्रिया के पूरा होने तक कार्यसमिति घोषित नहीं हो पाएगी। 

बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सभी जिला अध्यक्षों को किल कोरोना अभियान के तहत किसी भी तरह के राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल न होने के निर्देश दिए। शर्मा ने कहा कि कोरोना संकट तेजी से अपने पैर पसार रहा है। ऐसी स्थिति में सभी जिलाध्यक्ष और पदाधिकारी यह ध्यान रखें कि उनके जिले में कोई भी जनप्रतिनिधि या पदाधिकारी 14 अगस्त तक किसी भी तरह का सार्वजनिक आयोजन न करें और न ही ऐसे कार्यक्रमों में भाग लें।

हर जिले से पांच बुद्धिजीवियों के नाम भी माँगे 

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सभी जिलाध्यक्ष और पदाधिकारी यह ध्यान रखें कि जो भी काम लंबित हैं उन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी जिला अध्यक्ष अपने-अपने जिलों से कम से कम पांच ऐसे लोगों के नामों की सूची तैयार करें जो पढ़े लिखे हों, बुद्धिजीवी हों और प्रतिष्ठित हों। ये लोग डॉक्टर,  इंजीनियर,  वकील,  प्रोफेसर, सीए आदि हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी जिलों से वरिष्ठ और समर्पित कार्यकर्ताओं की सूची भी तैयार की जाए और प्रदेश कार्यसमिति के लिए भी नाम भेजे जाएं। 

इसके साथ ही वीडी शर्मा ने कोरोना के संकट काल के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों की ई-बुक के काम को भी जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं।

कार्यक्रमों का ब्यौरा दें सभी जिला अध्यक्ष
प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत ने जिला अध्यक्षों एवं पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की शिवराज सरकार के 100 दिन पूरे होने पर प्रत्येक जिले में 100 कार्यक्रम किया जाना तय हुआ था। सभी जिलाध्यक्ष जल्द से जल्द यह जानकारी प्रदेश कार्यालय को भेजें कि उनके जिले और मंडलों में कितने-कितने और क्या-क्या कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं तथा उनमें कितने लोग शामिल हुए हैं।